- प्रेम दया करुणा वात्सल्य ही मानवता का आधार है- आर्यिका सृष्टिभूषण
- आर्यिका माता का ससंघ पद विहार माताटीला की ऒर हुआ।
ललितपुर(विश्व परिवार)। बुंदेलखंड के प्रसिद्ध सिद्ध क्षेत्र पावागिरि में वार्षिक मेला के समापन पर सुबह चमत्कारी बाबा मूलनायक पारसनाथ स्वामी का अभिषेक शांतिधारा एवं बा.ब्र. पारस भैया प्रशम एवं पुष्पेंद्र भैया के निर्देशन में विघ्नहरण पारसनाथ स्वामी का पूजन विधान किया गया। मंगलाचरण शिखा दीदी ने किया। इस मौक़े पर आर्यिका गणिनी सृष्टिभूषण माता कहा सदा हँसते मुस्कराते हुए धार्मिक अनुष्ठान करने के साथ परोपकार के कार्य सफल जीवन का मूल मन्त्र है । उन्होंने कहा प्रेम दया करुणा वात्सल्य ही मानवता का आधार है। व्यक्ति को कभी ईर्ष्या-द्वेष का भाव नहीं रखना चाहिए। वहीं मेला में ग्रामीणों की भारी भीड़ जुटी जिसमें बच्चों ने विभिन्न झूला झूले खिलौने ख़रीदे एवं खान-पान का लुत्फ़ उठाया एवं महिलाएं मिट्टी, लोहा और स्टील के बर्तन खरीदती नजर आयी, सिंघाड़े की बिक्री पर विशेष जोर रहा। दोपहर की बेला में आर्यिका गणिनी सृष्टिभूषण माता जी, विश्वयश मति माता जी, क्षुल्लिका आप्तमति माता का पद विहार माताटीला की ऒर हुआ तो श्रद्धालुओं की आँखें नम हो गयी। इस मौक़े पर अध्यक्ष ज्ञानचंद जैन, मंत्री जयकुमार जैन, कोषाध्यक्ष उत्तमचंद जैन, उपाध्यक्ष विशाल जैन पवा, देवेंद्र जैन कड़ेसरा, आनंद जैन पवा, सुकमाल जैन विरधा आदि मौजूद रहे।