इंदौर(विश्व परिवार)। जयंतीलाल कोठारी ,रिषभ पचोरी,राजेश पंचोलिया इंदौर अनुसार निर्यापकाचार्य आचार्य श्री से कुछ दिनों पूर्व उन्होंने शेष मंनुका के पानी त्याग कर दिया है। अब एक दिन छोड़कर मात्र जल ले रही है। आर्यिका श्री ज्योति मति ने विगत 9 नवंबर को संस्तरारोहण किया। सन् 1943 में अवतरित आर्यिका माताजी की दीक्षा सन 2007 में आचार्य श्री वर्धमान सागर जी द्वारा हुवी है आचार्य श्री वर्धमान सागर ने 17 वर्ष में संयमी जीवन में अब सावधान सचेत रहने और अनेक तीर्थंकर, केवली, आचार्यौ, साधुओं ने उपसर्गों,परिषहो को स्मरण कर दृढ़ता रखने की देशना दी ।आचार्य श्री वर्धमान सागर जी संघ सानिध्य में श्यामा वाटिका में सर्वतोभद्र महा मंडल की पूजन प्रतिष्ठाचार्य कीर्तिश, पंडित अशोक के निर्देशन में चल रही है शचि इंद्राणी सौधर्म रिषभ चंदावत, चक्रवर्ती श्रीमति तारा सेठी,श्रीमति आरती सनत इंदोर, जयंतीलाल कोठारी,रिषभ पचोरी, कीर्ति दीदी निर्मला दीदी ,कनकलता ,मंजु दीदी दीपेश,राजेश,चेतन,पंकज,नरेश, मांगीलाल, आदि समर्पित किए। 25 नवंबर को विश्व शांति हवन होगा।