- अनिल स्वर्णकार को समाजसेवा शिरोमणि उपाधि मिली
चितौड़गढ़(विश्व परिवार)। राणा प्रताप मीरा और पन्नाधाय के तप त्याग और साधना की पावन वसुंधरा राजस्थान प्रांत के चितौड़गढ़ में
चतुर्थ पट्टाधीश आचार्य सुनील सागरजी गुरुदेव ससंघ के सानिध्य मे चित्तौड़गढ़ में पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान रविवार को आचार्य आदिसागर अंकलीकर अंतरराष्ट्रीय जागृति मंच, मुंबई द्वारा बच्चों की शिक्षा, चरित्र निर्माण, मानव कल्याण , जीव दया और जरूरतमंद लोगों की सेवा मदद के उत्कृष्ट सेवा कार्य करने पर आदिब्रह्मा आदिनाथ फाउंडेशन, भींडर को आदिसागर अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड के अंतर्गत आचार्य महावीरकीर्ति समाजसेवा पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
पुरूस्कार स्वरूप फाउंडेशन को 51000 रुपए , निदेशक अनिल स्वर्णकार को शॉल ,उपरना और प्रशस्ति पत्र देकर समाज शिरोमणि उपाधि से सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार कोटा ने जानकारी देते हुए बताया कि यह समाज सेवा शिरोमणि की उपाधि अनिल जी स्वर्णकार को पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महा महोत्सव के अंतर्गत से सैकड़ों श्रद्धालुओं की मंगल में उपस्थिति में प्रदान की गई । विदित हो कि अनिल जी जाति से स्वर्णकार अर्थात सोनी होते हुए भी जैन धर्म दर्शन में आस्था रखते हैं । रात्रि भोजन नहीं करते प्रतिदिन देव दर्शन करते है । जैन तीर्थों की भाव पूर्ण वंदना भी कर चुके है । यह जानकारी आपने एक स्नेह भेट में पारस जैन पार्श्वमणि को प्रदान की ।जैन धर्म के सद संस्कार बच्चों में प्रदान करते हैं।
इस अवसर पर अजीत कासलीवाल, जितेंद्र शाह , महेंद्र कुमार जैन, प्रेरणा शाह, सुरेन्द्र तलाटी , अमृता दीदी सहित हजारों श्रावकगण मौजूद थे ।अंतराष्ट्रीय अवॉर्ड प्राप्त कर भींडर आगमन पर अनिल स्वर्णकार का हुआ भव्य स्वागत विधायक उदयलाल डांगी,मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज, स्कूल शिक्षा परिवार , निजी स्कूल संचालको , परिवारजनों ओर मित्रगणों द्वारा आदिब्रह्मा आदिनाथ फाउंडेशन के निदेशक अनिल स्वर्णकार का सुरजपोल चौराहे भींडर पर भव्य स्वागत अभिनंदन किया गया। इस सूरजपोल से स्वागत पश्चात स्वर्णकार का बैंड बाजे के साथ नगर में सदर बाजार रावलीपोल होकर घर पहुंचने पर नगर में जगह जगह नगर वासियों ने फूल माला उपरना श्री फल से स्वागत सम्मान किया।