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शीतकालीन सत्र 2024 : विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित

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नई दिल्ली(विश्व परिवार)। संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे शुरू हुई. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी दलों की ओर से अडाणी मुद्दे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा ने अमेरिकी व्यवसायी जॉर्ज सोरोस और कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी के बीच कथित संबंध का मुद्दा उठाया. इसके बाद हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले राज्यसभा में सभापति और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ बुधवार को अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए नोटिस देने के बाद हंगामा हुआ। कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि विपक्ष को धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए मजबूर होना पड़ा क्योंकि वह उच्च सदन में सबसे बड़े व्यवधान हैं. खडग़े ने कहा कि उनके कार्यों ने देश की गरिमा को ठेस पहुंची है. साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राज्यसभा के सभापति के खिलाफ कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है. बुधवार को राज्यसभा में भी व्यवधान देखा गया जब वरिष्ठ भाजपा नेता जेपी नड्डा ने कांग्रेस-जॉर्ज सोरोस कथित संबंध पर चर्चा की मांग की. आज, सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा में अंतिम विचार और पारित करने के लिए तीन विधेयक सूचीबद्ध किए हैं।
लोकसभा की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी गई है. इससे पहले राज्यसभा की कार्यवाही भी दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा ने कहा, कल कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने राज्यसभा के सभापति पर आरोप लगाए. मल्लिकार्जुन खडग़े एक बहुत वरिष्ठ नेता हैं. उन्हें यह जानकारी होनी चाहिए कि सभापति का फैसला अंतिम और निर्विवाद होता है. इस तरह के आरोप लगाना निंदनीय है. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. मल्लिकार्जुन खडग़े को संसद में बोलने के लिए पर्याप्त अवसर दिए गए. लेकिन उन्होंने ऑन रिकॉर्ड कहा है कि वह नहीं बोलेंगे. उन्हें बोलने के लिए सदन में भी आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया. इससे पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी का मकसद सदन में सहयोग नहीं करना है. वे (कांग्रेस पार्टी) संसद के कामकाज में व्यवधान पैदा करना चाहते हैं।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, राज्यसभा में विपक्ष के नेता को संसद में बोलने नहीं दिया गया. यह विपक्ष के नेता और कांग्रेस पार्टी का अपमान है. जब विपक्ष संसद में कोई मुद्दा उठाता है, तो राज्यसभा के चेयरमैन कहते हैं कि कुछ भी रिकॉर्ड पर नहीं जाएगा, लेकिन जब सत्ता पक्ष कोई मुद्दा उठाता है तो वह रिकॉर्ड पर चला जाता है. उन्हें (सत्ता पक्ष के सांसदों को) संसद में बोलने का मौका दिया जाता है. हम इसकी निंदा करते हैं. वे अडाणी मुद्दे से ध्यान भटकाना चाहते हैं. वे जॉर्ज सोरोस के बारे में निराधार टिप्पणी कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि संसद चले।
विपक्ष के हंगामे के चलते लोकसभा की कार्यवाही दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. इससे पहले राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित की गई।

 

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