- आर्यिका संघ ने दिया थूवोनजी पधारे का संकेत
- नये शाल के आगमन पर थूवोनजी में होगा समारोह –विजय धुर्रा
अशोक नगर(विश्व परिवार)। जिले के सबसे बड़े तीर्थ अतिशय क्षेत्र दर्शनोंदय तीर्थ थूवोनजी नव वर्ष आगमन पर श्री भक्तांवर रिद्धि मंत्रो से दीपप्रज्जवलन एवं मध्यम रात्रि में नव वर्ष के आगमन पर दर्शनोदय के बड़े बाबा भगवान आदिनाथ स्वामी की एक हजार आठ दीपों से महा आरती महोत्सव हेतु कमेटी के अध्यक्ष अशोक जैन टींगू मिल के नेतृत्व मुंगावली में विराजमान मुनि श्री सौम्य सागर जी महाराज मुनिश्री निश्चल सागर जी महाराज ससंघ को श्री फल भेंट कर थूवोनजी पधारे ने का निवेदन किया थूवोनजी कमेटी के प्रचार मंत्री विजय धुर्रा ने बताया कि मुंगावली में विराजमान जिला गौरव आर्यिका रत्न श्री दृष्टि भूषण मति माता जी ससंघ को भी कमेटी ने श्री फल भेंट कर तीर्थ क्षेत्र पर पधारने का निवेदन किया।
पुण्य के अवसर को सुअवसर में बदलने का पुरुषार्थ करें – मुनि श्री
इस दौरान जिला गौरव मुनिश्री सौम्य सागर जी महाराज ने कहा कि ये पुण्य पाप आप पर हावी होकर कुछ ना कुछ प्रभाव दिखाते है कुछ तो ऐसा होता होगा कि आप चाह कर भी पुण्य के अवसर को सुअवसर में नहीं वदल पा रहे ऐसे ही प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में प्रयास करने के बाद सफलता की बात आती है तो सफलता नहीं मिलती इतना बड़ा विधान चल रहा है फिर भी कई लोगों नहीं आ पाये अव कव आयेंगे चिंता मत करो अंतिम दिन भी आ गया तो आने वालो में नाम आयेगा ना कि बुलाने वालो में जिसका कुछ थोड़ा भी शुभकर्म का उदय हैं वह स्वयं चल कर आयेंगे और हम देख रहे हैं जो रह गए थे वे ज्यादा उत्साह के साथ विधान में समर्पित होकर भाग ले रहे हैं।
समवशरण में बैठकर जिज्ञासा समाधान प्राप्त करना चाहते हैं-विजय धुर्रा
जिज्ञासा समाधान में मध्यप्रदेश महासभा संयोजक विजय धुर्रा ने कहा कि पूज्य वर समवशरण में बैठकर ऐसा लग रहा है मानो साक्षात शमवशरण में ही हम सब मिल रहा है भगवान के समवशरण की महिमा गुरु मुख से हम सब श्रवण करना चाहते हैं और इसी सभा में अध्यक्ष जी नव वर्ष आगमन होने वाले समारोह व अपने क्षेत्र की प्रगति की प्रार्थना लेकर आये है इस दौरान कमेटी उपाध्यक्ष संजीव जैन महामंत्री मनोज भैसरवास पूर्व महामंत्री विपिन सिंघई कोषाध्यक्ष प्रमोद मंगलदीप पूर्व कोषाध्यक्ष सौरव वाझल मंत्री शैलेन्द्र दददा राजीव चन्देरी निर्मल मिर्ची सोनू वसंल सहित अन्य प्रमुख जनो ने श्री फल भेंट कर आशीर्वाद प्राप्त किया।