Home राजिम   सत्यनारायण मंदिर के सभा भवन में ‌ महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा,व साइबर...

सत्यनारायण मंदिर के सभा भवन में ‌ महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा,व साइबर क्राइम से बचने दी गई सलाह

25
0
  • कंसारी समाज में महिला सुरक्षा संबंधी दी गई कानूनी जानकारी
  • गोबरा नवापारा पुलिस थाने के महिला व पुरुष पुलिस कर्मी रहे मोजूद

नवापारा राजिम(विश्व परिवार)। कंसारी महिला संगठन कसेर समाज नवापारा के द्वारा महिला सुरक्षा कानून जानकारी एवम प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमे आमंत्रित अतिथि के रूप में गुलाब सिन्हा सहायक उपनिरीक्षक, विजय साहू आरक्षक, निम्मी साहू , महिला आरक्षक, अंजली बारले प्रधान महिला आरक्षक, सुनील कश्यप,कंसारी समाज के विभिन्न संगठन के प्रतिनिधि के रूप में सहदेव कंसारी , कलिदान कंसारी,बाबूलाल साव, राजकुमार ,तरुण , बलराम सारस , अशोक भारद्वाज ,,गोविंदा ,गोपाल संतोष कंसारी ,तुकाराम कंसारी के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस अवसर पर महिला सुरक्षा संबंधी जानकारी देते हुए पुलिस कर्मियों की टीम ने संयुक्त रूप से महिलाओं को घरेलू हिसा, प्रताड़ना, दहेज, बाल विवाह, बाल अपराध ,यौन उत्पीडन, बेटियों की सुरक्षा और सुनसान स्थान पर अपनी सुरक्षा से संबंधी कानूनी जानकारी दी।और कहा की आज के आज के समय में अपनी सुरक्षा के लिए जागरुक और सतर्क रहना बहुत ज़रुरी हैं इसके लिए अपने बचाव हेतु विभिन्न कानून बने है महिलाओं को कानूनी जानकारी रखना बेहद ज़रुरी है।साइबर क्राइम यह एक ऑनलाइन अपराध हैं ।जो इंटरनेट या डिजिटल उपकरणों का उपयोग करके किया जाता है। इसमें ऑनलाइन धोखाधड़ी, चोरी, जासूसी, वायरस और अन्य अपराध शामिल हो सकते हैं।
यह आमतौर पर कंप्यूटर सिस्टम, नेटवर्क और इंटरनेट संबंधी सुरक्षा में समस्या उत्पन्न करता है, जो उपयोगकर्ताओं को प्रभावित कर सकते हैं और उनकी गोपनीय जानकारी को चोरी कर सकते हैं।अगर घटना घटती हैं तो तुरंत टॉल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं। घटना की प्राथमिकी अविलंब साइबर थाना में दर्ज कराएं। घरेलू हिंसा केवल एक थप्पड़, लेकिन नहीं मार सकता” यह वाक्य किसी फिल्म का मात्र एक डायलॉग ही नहीं बल्कि विभिन्न समाजों की बदरंग हकीकत को भी उजागर करता है। घरेलू हिंसा दुनिया के लगभग हर समाज में मौजूद है। पीड़ित के खिलाफ हमलावर द्वारा अपनाई जाने वाली विभिन्न प्रकार की गतिविधियों में शारीरिक शोषण, भावनात्मक शोषण, मनोवैज्ञानिक दुर्व्यवहार या वंचितता, आर्थिक शोषण, गाली-गलौज, ताना मारना आदि शामिल हैं।
सभ्य समाज में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। लेकिन प्रत्येक वर्ष घरेलू हिंसा के जितने मामले सामने आते हैं, वे एक चिंतनीय स्थिति को रेखांकित करते हैं। हमारे देश में घरों के बंद दरवाज़ों के पीछे लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है।
घरेलू हिंसा अधिनियम के अंतर्गत प्रताड़‍ित महिला अपराधी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करा सकती है।
दुर्व्यवहार कभी भी पीड़ित की गलती नहीं होती। एक समाज के रूप में, हम पीड़ितों पर दोष मढ़ते रहते हैं, यह पूछकर कि, “उसने ऐसा क्या किया कि उसे यह सब झेलना पड़ा?” या, “उसने क्या पहना हुआ था?” या, “वह वहाँ क्यों थी?” या, “वह अपने घुटनों को एक साथ क्यों नहीं रख सकी?” फिर भी, हम अन्य अपराधों के पीड़ितों से ये सवाल नहीं पूछते। हमें घरेलू हिंसा और यौन उत्पीड़न से बचे लोगों से ये सवाल पूछना बंद कर देना चाहिए। बल्कि यह पूछे की दुर्व्यवहार करने वाला दुर्व्यवहार क्यों करना चुनता है?
पीड़ितों पर विश्वास करें, उनका समर्थन करें और उन पर भरोसा करें। आइए दुर्व्यवहार को समाप्त करने की जिम्मेदारी दुर्व्यवहार करने वालों और अपराधियों पर डालें। घरेलू हिंसा की जड़ में शक्ति और नियंत्रण होता है ।
हर महिला को अपने मोबाईल में सुरक्षा के लिए अभिव्यक्ति ऐप डाउनलोड करना चाहिए।. इस ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. बलात्कार, छेड़छाड़, घरेलू हिंसा, मारपीट, टोनही प्रताड़ना, दहेज प्रताड़ना, अपहरण, बाल विवाह, मानव तस्करी, एसिड अटैक, लैंगिक अपराध, साइबर अपराध शामिल किए गए हैं.
समाज की प्रतिभाओं का हुआ सम्मान..
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन संपन्न हुआ। श्री सत्यनारायण शिक्षा विकास समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम जिसमें कंसारी समाज के प्रतिभावान विद्यार्थियों दसवीं में प्रथम _दिशा, शुभम, रेणुका कंसारी ।बारहवीं में प्रथम _शिवम, आकाश, प्रथम , कंसारी को शिक्षा समिति के नागेंद्र गोपाल डिकेश मितेश अनिल माला कंसारी ने मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। पुलिस कर्मियों को महिला संगठना समिति एवम शिक्षा विकास समिति के द्वारा प्रतिक चिन्ह ,श्रीफल ,साल भेंट कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन कंसारी समाज महिला संगठन की अध्यक्ष सरोज कंसारी ने किया।आभार उपाध्यक्ष समाज संगठन उपाध्यक्ष कलिदान कंसारी ने किया।
इस अवसर पर महिला पदाधिकारी धर्मिंन, पुष्पा ,विमला ,हर्षा ,कल्याणी विलासिनी, सुनीता , संतोष,लीला ,हीरा, अनीता, पद्मिनी पद्मा ,नर्मदा ,रेखा ,पीना, गायत्री, उषा, अंजू, प्रेमीन,संतोषी, रामबाई ,द्रोपदी, सीमा, सावित्री राजकुमारी ,रूखमणी, तीजिया कैकई,ननकी ,प्रीति , रति, रेणु,गंगा, पूर्णिमा, रूखमणी, संतोषी ,सावित्री, पार्वती आदि मातृ शक्तियों ने पूर्ण सहयोग दिया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में महिला संगठन, युवा, संगठन,शिक्षा विकास, समाज संगठन, मंदिर कमेटी, का महत्वपूर्ण योगदान रहा इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाजिक महिलाए उपस्थित रही।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here