रायपुर { विश्व परिवार } : अपेक्स बैंक द्वारा संचालित छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी प्रशिक्षण संस्थान पंडरी रायपुर में तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आज दिनाँक 06.01.2025 को शुभारंभ किया गया। प्रशिक्षण सत्र के मुख्य अतिथि श्री के एन कान्डे ज्वाइंट कमिश्नर कोआपरेटिव्ह व अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रशिक्षण संस्थान के डायरेक्टर व अपेक्स बैंक के डीजीएम श्री भूपेश चंद्रवंशी तथा डिप्टी डायरेक्टर व प्रबंधक श्री ए के लहरे मौजूद रहे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक श्री के एन कान्डे ने नवनियुक्त सहायक प्रबंधको, सामान्य सहायको तथा कार्यालय सहायको को संबोधित करते हुए कहा कि बैंकिंग सेक्टर में ग्राहक सुविधा सर्वोपरी है। छत्तीसगढ़ के किसान सीधे कोआपरेटिव्ह बैंकों तथा पैक्स सोसाइटियों से जुड़े है। किसानों की खेतीगत ऋण आवश्यकताओं की पूर्ति कोआपरेटिव्ह बैंको से होती है। कोआपरेटिव्ह बैंको से खरीफ तथा रबी फसलों के अलावा डेयरी, मत्स्य, लाख पालन तथा उद्यानिकी लिए ब्याज मुक्त कृषि ऋण दिया जाता है। केंद्र सरकार की पहल पर छत्तीसगढ़ में “सहकार से समृद्धि” की योजनाओ का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में नवगठित पैक्स सोसाइटी, डेयरी तथा मत्स्य सोसाइटियों का पंजीयन किया जा चुका है । यह समय धान खरीदी का है। किसानों को धान खरीदी की राशि का आन लाइन भुगतान हमारे बैंको से होता है। किसानों को भुगतान में किसी तरह की असुविधा नही होनी चाहिए साथ ही बैंक के हितग्राहियो व किसानों से यथोचित सम्मानपूर्वक व्यवहार किया जाए।
अपेक्स बैंक के डीजीएम व प्रशिक्षण संस्थान के डायरेक्टर श्री भूपेश चंद्रवंशी ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रशिक्षण में रिजर्व बैंक तथा नाबार्ड के मापदंडों के अनुरूप सामान्य बैंकिंग कार्य व्यवहार, डिपाजिट अकाउंट , लोन अकाउंट, केवाईसी, कोर बैंकिंग , एटीएम का परिचालन तथा एनईएफटी व आरटीजीएस व आधुनिक बैंकिंग टेक्नालाजी के संबंध में प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही बैंक सेवा नियम के तहत नवनियुक्त एम्प्लाइज के पद के अनुरूप कर्तव्यों तथा दायित्वों के बारे में अवगत कराया जाएगा।
इस अवसर पर अपेक्स बैंक के एजीएम श्री एल के चौधरी, एजीएम व अपेक्स बैंक पंडरी के शाखा प्रबंधक श्री अजय भगत, प्रशिक्षण संस्थान के उप निदेशक व प्रबंधक श्री ए के लहरे, लेखा अधिकारी श्री प्रभाकर कांत यादव व प्रतिभागीगण उपस्थित रहे।