नांदणी (विश्व परिवार)| महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र जी फडणवीस मंगलवार को नांदणी पंचकल्याण महोत्सव में संबोधित करते हुए कहा की
सभी उपस्थित राजकीय अतिथी और लोकप्रतिनिधी मिलकर राज्य सरकार द्वारा नांदणी मठ को ‘अ ‘वर्ग तीर्थक्षेत्र दर्जा देने के लिये विशेष प्रयत्न करेंगे | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र जी फडणवीस जी ने सभी को संबोधित करते हुए प्रारंभ में सभी को जय जिनेंद्र कहकर संबोधित किया |
मा. आमदार राजेंद्रजी यड्रावकर और मा. आमदार राहुल आवाडे जी के विशेष प्रयत्न से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मा. देवेंद्रजी फडणवीस आज नांदणी पंचकल्याण महोत्सव में पधारे थे | महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मा. देवेंद्रजी फडणवीस आज नांदणी पंचकल्याण महोत्सव में आचार्य भगवन श्री विशुद्ध सागर महाराज संसघ एवं नांदणी के जिनसेन भट्टारक महास्वामीजी का आशीर्वाद लिया | सकल जैन समाज और स्वस्तिश्री जिनसेन भट्टारक महास्वामीजी संस्थान मठ द्वारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मा. देवेंद्रजी फडणवीस जी को प्रजागर्क पदवी आज नांदणी पंचकल्याणक में प्रदान की गयी |
आचार्य भगवन श्री विशुद्ध सागर महाराज संसघ एवं नांदणी के जिनसेन भट्टारक महास्वामीजी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मा. देवेंद्रजी फडणीस जी को आशीर्वाद दिया | आचार्य भगवन विशुद्धसागर महाराज जी द्वारा लिखित वस्तुत्व महाकाव्य कृती के प्रतिकृती का महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री मा. देवेंद्रजी फडणीस जी द्वारा विमोचन किया |
कॅबिनेट मंत्री मा. हसनसो मुश्रीफ जी,कॅबिनेट मंत्री मा. प्रकाशजी आबिटकर, मा. अशोकरावजी माने, माजी आमदार प्रकाश आवाडे, आमदार अमल महाडिक जी,मा. आमदार सुरेश खाडे जी, माजी खासदार राजू शेट्टी साहेब , माजी खासदार श्रीमती निवेदीता माने जी, माजी आमदार सुरेश रावजी हाळवणकर,मा. उत्तम पाटील, दक्षिण भारत जैन सभा के अध्यक्ष भालचंद्र जी पाटील, रावसाहेब जी पाटील, मा. महावीर गाट, मा. ललित गांधी जी, जिल्हाधिकारी अमोल येडगे जी, नांदणी पंचकल्याण महोत्सव के कार्याध्यक्ष मा. सागर संभूशेटे जी, मा. अरुण यलगूद्री जी, मा. किशोरी आवाडे जी, मा. स्वरूपा यड्रावकर जी आदि मान्यवर कार्यक्रम में उपस्थित थे |
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं महामस्तकाभिषेक नांदणी 2025 के छटे दिन वीर सेवा दल के 403 स्वयं सेवक सेवायोगदान दे रहे हैं |
पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव एवं महामस्तकाभिषेक नांदणी के लिए आज सोमवार दि. 06/01/25 को नांदणी मठ में वीर सेवा दल तिळवणी, शिरटी, हसुर, कोथळी, शहापूर, शिरोळ, जैनापुर, क॥ सांगाव, कोंडीग्रे, चिंचवाड (माळभाग), चिंचवाड, यड्राव, दानोळी, आलास इन गाव के स्वयंसेवक सेवायोगदान दे रहे हैं |
इसके आलावा कर्नाटक विभाग के निवासी 110 स्वयंसेवक ने त्यागी विभाग और अन्य जगह सेवायोगदान दे रहे हैं | सभी स वीरसैनिकों का विशेष आभार |