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राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर और पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग (डीपीआरडी), छत्तीसगढ़ सरकार के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर

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रायपुर (विश्व परिवार)। छत्तीसगढ़ सरकार और भारत सरकार के कई प्रमुख कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में चल रही विभिन्न परियोजनाओं में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) रायपुर और पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग (डीपीआरडी), छत्तीसगढ़ सरकार के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
केंद्रीय कृषि, ग्रामीण विकास और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और डीपीआरडी मंत्री विजय शर्मा की गरिमामयी उपस्थिति में इस समझौता ज्ञापन पर एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन.वी. रमना राव और डीपीआरडी, छत्तीसगढ़ की संयुक्त आयुक्त डॉ. सीमा मिश्रा ने, दुर्ग के नगपुरा स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल परिसर में हस्ताक्षर किए।
इस दौरान एनआईटी रायपुर से डॉ. पी. वाई. ढेकने, रजिस्ट्रार, डॉ. एस. सान्याल, आईआईसीसी के चेयरमैन और डॉ. मानवेंद्र त्रिपाठी, एसोसिएट डीन, डॉ. हिमांशु पोपटानी, असिस्टेंट प्रोफेसर और डॉ. मालती आर. प्रसन्ना असिस्टेंट प्रोफेसर (सीएसवीटीयू) मौजूद थे। डीपीआरडी की प्रमुख सचिव निहारिका बारिक सिंह, पीएमएवाई-(जी) के निदेशक रजत बंसल और डीपीआरडी की टीम से श्री अरविंद राही (ओएसडी-टी) भी इस दौरान मौजूद रहे।
डीपीआरडी और एनआईटी रायपुर ने पहले ही विशेष रूप से कमजोर आदिवासी समूह के लिए हाउस मॉडल नामक एक परियोजना शुरू की है और यह समझौता ज्ञापन ज्ञान के आदान-प्रदान और संसाधन साझाकरण, संयुक्त अनुसंधान और विकास, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण, ग्रामीण समुदायों के सतत विकास के लिए भविष्य की तकनीक की खोज का मार्ग प्रशस्त करेगा। समझौते में सहयोग के कई प्रमुख क्षेत्रों की रूपरेखा दी गई है, जिसमें डीपीआरडी और एनआईटी रायपुर के बीच बातचीत के लिए एक साझा मंच बनाना, सरकारी-शैक्षणिक संबंध को आगे बढ़ाना, प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (पीएमएवाई-जी), महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (एमजीएनआरईजीएस) जैसी योजनाओं के लिए साझा स्तर पर कार्य करना इत्यादि |
यह समझौता ज्ञापन युवा पीढ़ी को शामिल करते हुए नवीन विचारों के माध्यम से अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देकर और अनुसंधान परिणामों का प्रसार करके इन योजनाओं के निरीक्षण और निगरानी के लिए एआई और ड्रोन जैसी अत्याधुनिक तकनीक के कार्यान्वयन को भी बढ़ावा देगा। डीपीआरडी के अधीक्षण अभियंता विनय कुमार गुप्ता और एनआईटी रायपुर के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ. विकास कुमार विद्यार्थी डीपीआरडी और एनआईटी रायपुर के बीच इन सभी सहयोगी गतिविधियों का समन्वय करेंगे।

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