Home रायपुर प्रेस क्लब में जीवन प्रबंधन एवं विपश्यना ध्यान कार्यक्रम 18 को

प्रेस क्लब में जीवन प्रबंधन एवं विपश्यना ध्यान कार्यक्रम 18 को

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रायपुर (विश्व परिवार)। पत्रकारों/मीडिया से जुड़े लोगों को विपश्यना ध्यान के विविध आयामों से परिचित कराने के लिए आनापान ध्यान के व्यवहारिक अभ्यास से लाभांवित करने हेतु प्रेस क्लब सभागार रायपुर में 18 जनवरी को अपराह्न 2 बजे से शाम 4 बजे तक जीवन प्रबंधन एवं विपश्यना ध्यान कार्यक्रम आयोजित किया गया है। कार्यक्रम का संचालन छत्तीसगढ़ में स्थित चार विपश्यना ध्यान केंद्रों के आचार्य श्री सीताराम साहू करेंगे। इसके साथ ही वयस्कों के लिए 10 दिवसीय विपश्यना ध्यान शिविर, 8 से 15 वर्ष के बच्चों के लिए बाल आनापान ध्यान शिविर, 15 से 19 वर्ष के किशोरियों के लिए विपश्यना ध्यान शिविर के बारे में जानकारी देंगे तथा विपश्यना ध्यान के प्रथम सोपान आनापान ध्यान का अभ्यास करवाएंगे। विपश्यना ध्यान के विविध आयाम के कारण भारत सरकार के अनेक उपक्रम, अनेक राज्य सरकार एवं निजी संस्थान अपने अधिकारियों एवं कर्मचारियों को दस दिवसीय विपश्यना ध्यान शिविर में भेज रहे हैं। भारतीय परंपरा के अनुरूप विपश्यना साधना निःशुल्क सिखाई जाती है।
प्रेस क्लब अध्यक्ष प्रफुल्ल ठाकुर, महासचिव डॉ. वैभव शिव पांडेय, उपाध्यक्ष सन्दीप शुक्ला, कोषाध्यक्ष रमन हलवाई एवं संयुक्त सचिव तृप्ति सोनवी व अरविंद सोनवानी ने सदस्यों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में शामिल होकर शिविर का लाभ उठाने की अपील की है।
सीताराम साहू : संक्षिप्त परिचय
छत्तीसगढ़ में स्थित चार विपश्यना ध्यान केंद्रों के आचार्य। जबलपुर में 1994 से 2008 की अवधि में योग एवम प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से जनसेवा। अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद दिल्ली के आजीवन सदस्य।
28 वर्षों से राजकुमारी बाई बालनिकेतन जबलपुर में बच्चों के योग अभ्यास को निरंतर जारी रखने हेतु सफल प्रयास।
Retired Chief Engineer (Civil-Distribution) Chhattisgarh Power Companies Ltd.
Fellow, Institution of Engineers India Kolkata.
देश के अनेक स्थानों पर विपश्यना शिविरो का संचालन।
स्वास्थ्य प्रबंधन की अवधारणा पर व्याख्यान।
मध्य प्रदेश एवम छत्तीसगढ़ में अनेकों स्थान पर विपश्यना ध्यान से दक्षता सुधार, विपश्यना ध्यान से तनाव प्रबंधन जैसे अनेक विषयों पर व्याख्यान।आहार सुधार एवम प्राकृतिक चिकित्सा परामर्श एवम उपचार। तन, मन, धन से जन सेवा में रत।

 

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