रायपुर (विश्व परिवार)। रायपुर के कलिंगा विश्वविद्यालय के वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय द्वारा “विकसित भारत में औद्योगिक क्षेत्र की भूमिका” विषय पर अमर्त्य सेन चेयर के अंतर्गत अतिथि व्याख्यान का आयोजन 31 जनवरी 2025 को किया गया। यह व्याख्यान संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्य 9: उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा पर केंद्रित था और इसमें औद्योगिक विकास की भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला गया।
इस व्याख्यान के मुख्य वक्ता डॉ. रविंद्र के. ब्रह्मे, महासचिव, भारतीय आर्थिक संघ और प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, अर्थशास्त्र अध्ययन विभाग, पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़ थे। डॉ. ब्रह्मे ने औद्योगिक क्षेत्र के योगदान, नवाचार, और स्थिरता के माध्यम से आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के विषय में गहन जानकारी दी। उन्होंने “विकसित भारत” की परिकल्पना को साकार करने हेतु औद्योगिक नीतियों, अवसंरचना विकास, और प्रौद्योगिकी अपनाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों ने सक्रिय रूप से विचार-विमर्श किया और औद्योगिक क्षेत्र से संबंधित अवसरों एवं चुनौतियों पर चर्चा की। डॉ. ब्रह्मे की गहन जानकारी ने छात्रों को औद्योगिक विकास की भूमिका को गहराई से समझने में मदद की।
इस व्याख्यान का समन्वय डॉ. चंद्र भूषण सिंह, अमर्त्य सेन चेयर, वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सत्विक जैन, सहायक प्रोफेसर, वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय, कलिंगा विश्वविद्यालय द्वारा कुशलतापूर्वक किया गया।
आभार व्यक्त करते हुए, डॉ. साकेत जेसवानी, अधिष्ठाता- वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के, और शिंकी के. पांडे, विभागाध्यक्ष- वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय ने डॉ. ब्रह्मे को उनके प्रेरक व्याख्यान के लिए धन्यवाद दिया और प्रतिभागियों के उत्साह की सराहना की। उन्होंने ऐसे शैक्षणिक कार्यक्रमों की आवश्यकता को रेखांकित किया जो छात्रों के ज्ञान और कौशल को बढ़ावा देते हैं।
कलिंगा विश्वविद्यालय शैक्षणिक उत्कृष्टता और व्यावसायिक विकास को प्रोत्साहित करने हेतु ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने के लिए प्रतिबद्ध है।