पटना (विश्व परिवार)। लोकसभा चुनाव से पहले देश में सियासी हलचल तेज है। एक तरफ भाजपा की अगुवाई में मजबूत होता NDA है, तो दूसरी ओर कांग्रेस के नेतृत्व वाला INDI गठबंधन है। हर पार्टी और हर नेता चुनाव से पहले अपना सुरक्षित ठोर ढूंढ रहा है। बयानबाजी भी खूब हो रही है। शक्ति प्रदर्शन हो रहे हैं।
एक दिन पहले लालू यादव ने बड़ा बयान देते हुए कहा था कि यदि नीतीश कुमार एक बार फिर महागठबंधन में आते हैं, तो उनके लिए हमारा दरवाजा बंद नहीं है। शुक्रवार को जब मीडिया ने पूछा कि नीतीश कुमार वापस आते हैं तो क्या करेंगे? इस पर अब नीतीश का जवाब भी आ गया है।
नीतीश कुमार ने शनिवार को लालू यादव के बयान का जवाब दिया। बिहार के मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा कि कौन क्या कहता है, इस चक्कर में मत पड़िए, हम भाजपा के साथ हैं और रहेंगे।
इस पर लालू यादव ने कहा कि जब आएंगे, तब देखेंगे। किसी के लिए हमारे दरवाजे बंद नहीं हैं। वहीं राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सवाल पर लालू ने कहा कि कोई कमी नहीं है।
राष्ट्रपति ने लोकसभा और राज्यसभा का किया सत्रावसान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने संसद के दोनों सदनों का सत्रावसान कर दिया। संसद के बजट सत्र को पिछले सप्ताह शनिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। लोकसभा सचिवालय के एक बयान के अनुसार, लोकसभा का 15वां सत्र जो 31 जनवरी, 2024 को शुरू हुआ था, उसका राष्ट्रपति ने 15 फरवरी, 2024 को सत्रावसान कर दिया।
राज्यसभा सचिवालय ने एक बयान में कहा कि राष्ट्रपति ने 15 फरवरी 2024 को राज्यसभा का भी सत्रावसान कर दिया, जिसे 10 फरवरी को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था। सत्रावसान किसी संसद सत्र का औपचारिक समापन होता है, जिसे राष्ट्रपति के आदेश पर ही किया जा सकता है। बजट सत्र 17वीं लोकसभा का अंतिम सत्र था।