Home नई दिल्ली उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही, 47 मजदूर दबे

उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से भारी तबाही, 47 मजदूर दबे

25
0
  • 16 को निकाला गया, हाईवे निर्माण में लगे थे
  • राज्य में आज देर रात भारी बारिश की चेतावनी

नई दिल्ली (विश्व परिवार)। उत्तराखंड के बद्रीनाथ में हिमस्खलन की चपेट में आने से 47 लोगों के फंसे होने की आशंका है। पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भरणे ने एएनआई को बताया कि माणा के सीमावर्ती इलाके में सीमा सड़क संगठन के कैंप के पास भारी हिमस्खलन हुआ है, जिसमें सड़क निर्माण में लगे 57 मजदूर फंस गए हैं। उन्होंने कहा कि इन मजदूरों में से 10 मजदूरों को बचा लिया गया है और गंभीर हालत में माणा के पास सेना कैंप में भेज दिया गया है।
इस बीच, बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) के कार्यकारी अभियंता सीआर मीना ने कहा कि 57 श्रमिक मौके पर मौजूद थे। तीन से चार एंबुलेंस भी भेजी गई हैं, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण बचाव दल को वहां पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कुल्लु में घरों में पानी घुसा, मलबे में दबी कारें हिमाचल प्रदेश में 3 दिन से बर्फबारी बारिश हो रही है। लाहौल स्पीति, चंबा के पांगी भरमौर और किन्नौर जिले में बर्फबारी के बाद सड़कें बंद कर दी गई हैं। सभी स्कूलों में 28 फरवरी को छुट्टी घोषित कर दी गई है। कुल्लू के अखाड़ा बाजार में भारी बारिश के चलते लोगों के घरों में पानी घुस गया। बाढ़ से कई गाड़ियां मलबे में दब गई। मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मार्च में भीषण गर्मी पड़ सकती है। इस दौरान तापमान 38 से 40 डिग्री तक रहने का अनुमान है। मार्च के दूसरे हफ्ते से दिन और रात का तापमान असामान्य रूप से बढ़ेगा। सूत्रों के मुताबिक मार्च में भारी गर्मी की वजह से गेहूं के पैदावार पर असर पड़ेगा। 2022 में भी मार्च महीने में भारी गर्मी की वजह से गेहूं की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा था। सरकार को गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ा था 127 फरवरी को दिल्ली में 74 साल की सबसे गर्म रात दिल्ली में भी फरवरी महीने में गर्मी ने 74 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here