रायपुर (विश्व परिवार)। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को मनाया जाता है। यह दिन महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों को मान्यता देने तथा उनके अधिकारों और समानता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए समर्पित है। अग्रवाल महिला संगठन रायपुर जिला की अध्यक्ष प्रियंका अग्रवाल ने कहा कि महिला दिवस की शुरुआत 1900 के प्रारंभिक दशक में हुई थी,जब विभिन्न देशों में महिलाएं अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने लगीं। यह दिन केवल महिलाओं की उपलब्धियों का जश्न मनाने का नहीं है, बल्कि यह उन चुनौतियों और बाधाओं को भी उजागर करता है जिनका सामना महिलाएं आज भी करती हैं। इस दिन, विभिन्न कार्यक्रम, रैलियां और चर्चाएं आयोजित की जाती हैं, जिनमें महिलाओं के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। यह एक ऐसा अवसर है जब समाज में महिलाओं की स्थिति पर विचार किया जाता है और उन्हें समानता, शिक्षा, स्वास्थ्य और कार्यस्थल पर बेहतर अवसरों की दिशा में प्रगति के लिए प्रेरित किया जाता है। वहीं प्रियंका अग्रवाल ने कहा कि महिला दिवस का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना और उनकी आवाज को सुनना है, ताकि वे अपने अधिकारों के लिए संघर्ष कर सकें और समाज में एक समान स्थान प्राप्त कर सकें। इस दिन को मनाने का मुख्य संदेश है कि जब महिलाएं आगे बढ़ती हैं, तो संपूर्ण समाज आगे बढ़ता है।
महिला सशक्तिकरण भारत के सामाजिक और आर्थिक विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है।