रायपुर (विश्व परिवार)। नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने सदन में पहले मंत्री विजय शर्मा पर पिछले सवाल का जवाब धीमी गति से देने का व्यंग्य करते हुए सवाल किया. महंत ने पूछा, मंत्री जी ने स्वीकार किया है कि 194 ग्राम पंचायतों में महतारी सदन निर्माण की स्वीकृति हुई है. 168 महतारी सदन निर्माण के लिए राशि जारी की गई हैं. महतारी सदन निर्माण के लिए शासन से राशि कब जारी हुई, एजेंसी कौन है, प्रक्रिया क्या है. निविदा आमंत्रित की गई है
डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी चरणदास महंत के व्यंग्य का जवाब दिया और कहा कि वे सीधे ज्योत्सना महंत को इसका जवाब देंगे. हल्के फुल्के माहौल के बीच विजय शर्मा ने चरणदास महंत के इस सवाल का जवाब दिया।
विजय शर्मा ने बताया 50 करोड़ के प्रावधान में लगभग 200 महतारी सदन 24 लाख की राशि से बजट के प्रावधान से और स्वच्छ भारत मिशन से लगभग साढ़े 4 लाख से 5 लाख रुपये लगाकर 29 लाख की लागत से बनाने की योजना है. महतारी सदन बनाने का उद्देश्य 2 लाख 60 हजार महिला स्व सहायता समूह बने हैं. गांवों में महिलाओं के स्वसहायता समूह के क्रियाकलापों के लिए जगह नहीं मिल पाती है।
194 ग्राम पंचायतों में महतारी सदन बनाने में भेदभाव का आरोप
गृह मंत्री ने आगे बताया कि शुरुआत में सीएलएफ हेडक्वॉर्टर में पहले ये बन जाए, विशेष कोई बड़ा गांव या बड़ी मांग है तो वहां भी बनाया जा रहा है. अब तक लगभग 200 आवास की स्वीकृति की अनुशंसा की गई है. प्रशासकीय स्वीकृति 170 आवास की हो गई है. चरणदास महंत ने कहा विजय शर्मा गृहमंत्री है तो उन्हें पंचयती करना उचित नहीं है. साफ साफ बताए कि क्या इसका चयन सेटेलाइट के माध्यम से हुआ है, क्या इसके लिए कोई स्पेशल विंग बनाया है या फिर राजनीतिक दृष्टिकोण रखा है. महंत ने कहा कि सक्ती में नहीं बना है. महंत ने आरोप लगाते हुए कहा कि 194 ग्राम पंचायतों मैं महतारी सदन निर्माण की स्वीकृत किया है. उसमें से सिर्फ कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में 5 और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के क्षेत्र में 4 महतारी सदन बनाए हैं. बाकी के 185 महतारी सदन भाजपा के विधायकों को दिया है. ये कोई प्रक्रिया है ? छत्तीसगढ़ की पंचायतें हैं. आपको सामान्य दृष्टिकोण से काम करना चाहिए, इसका जवाब देते हुए विजय शर्मा ने कहा लैलूंगा, धरमजयगढ़, संजारी बालोद, रामपुर, कटघोरा, सरायपाली में स्वीकृत हुआ है. धमतरी में भी स्वीकृत हुआ है. विजय शर्मा के जवाब देने के दौरान कांग्रेस विधायकों ने कांग्रेस विधायकों के क्षेत्र में महतारी सदन नहीं बनाने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया, लेकिन इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने प्रश्नकाल समाप्त होने की घोषणा कर दी।