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स्वस्थ्य रहेगा तन तो पढ़ाई में लगेगा मन, विद्यार्थियों के लिए विशेषज्ञों की सलाह, विद्यार्थी क्या करें क्या न करें

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 बिलासपुर। परीक्षाओं का दौर शुरू हो चुका है। सीबीएसई बोर्ड और सीजी बोर्ड की मुख्य परीक्षा शुरू होने वाली है तो वहीं अन्य कक्षाओं के होम एक्जाम शुरू हो चुके हैं। ऐसे में कई बच्चे परीक्षा के तनाव के चलते भोजन को महत्वपूर्ण न समझने की गलतियां करते हैं जबकि यह सेहत के लिए काफी हानिकारक हो सकता है। परीक्षा के समय भोजन में लापरवाही बरतने से पढ़ाई में एकाग्रता में कमी और कमजोरी का सामना करना पड़ सकता है। बच्चे पढ़ाई और परीक्षा के दौरान सेहतमंद और उर्जावान कैसे बने रहें, इसके लिए नईदुनिया ने डाइट एक्सपर्ट कविता पुजारा के साथ सिम्स के मेडीसिन विशेषज्ञ डा़ पंकज टेम्भुर्णीकर से विशेष बातचीत की। उन्होंने बताया कि परीक्षा के लिए पढ़ाई में मन लगाने और परीक्षा के दौरान भी उर्जावान बने रहने के लिए शरीर को स्वस्थ्य रखना बेहद जरूरी हैं।

काफी-चाय से बनाएं दूरी

डा़ पंकज टेम्भुर्णीकर ने बताया कि ज्यादातर बच्चे देर रात तक पढ़ाई करते के लिए काफी-चाय का सेवन करते हैं। वो मानते हैं कि इससे नींद नहीं आएगी। परंतु एक्सपर्ट बताते है कि चाय-काफी की जगह कैमोमाइल चाय ले। यह अच्छा तनाव निवारक है। इसके साथ ही बेहतर नींद चक्र बनाए रखने में मदद करता है। इसके अलावा देर तक पढ़ाई करने के दौरान बीच-बीच में सूप, जूस, छाछ या फिर लस्सी ले सकते हैं। बेहतर एकाग्रता और याददाश्त के लिए आयुर्वेदिक मेमोरी बूस्टर को शामिल कर सकते हैं।

भोजन ऐसा हो, जिसे आसानी से खाया जा सके

आहार विशेषज्ञ कविता पुजारा का कहना है कि ज्यादातर पालक अपने बच्चे को रोटी सब्जी सहित पूरा खाना देने में विश्वास रखते हैं। परीक्षा के समय बच्चे में काफी स्ट्रेस होता है। ऐसे में हैवी भोजन से उल्टियां होने या फिर पेट संबंधित समस्या होने की आशंका रहती है। इसलिए ऐसा भोजन दें जो आसानी से खाया जा सके। इसमें दाल-चावल, रोटी को दाल या सब्जी में मिक्स कर सकते है, जिसे चम्मच से खाया जा सके। इसके अलावा बीच-बीच में नटस का शेक, जूस आदि भी ले सकते है। एक साथ भोजन करने से उन्हें पढ़ाई के दौरान नींद भी आ सकती है।

नाश्ते को नजरअंदाज न करें

अच्छी सेहत के लिए नाश्ता लेना बेहद जरूरी है। छात्रों को ध्यान रखना चाहिए कि नाश्ता जरूर करें। नाश्ता अपने इच्छानुसार करना चाहिए। इसके बाद तय अंतराल पर दोपहर का भोजन करें। एक कप चाय और बिस्किट का नाश्ता सही नहीं है। कुछ प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, फल या सब्जियां भी ले। दूध या दही के साथ फलों के टुकड़ों के साथ अनाज का एक कटोरा बेहतर है।

फलों से मिलेगी प्राकृतिक शर्करा

सेब, केला, संतरा, गाजर या सूखे खुबानी जैसे फल अपने पास रखें, जिनमें विटामिन, फाइबर, बीटा कैरोटीन और अन्य आवश्यक खनिज होते है। ब्लूबैरी दिमाग के लिए अच्छा होता है, क्योंकि इनमें शक्तिशाली एंटीआक्सीडेंट और अन्य पोषक तत्व होते हैं। फलों में मौजूद प्राकृतिक शर्करा स्वच्छ उर्जा प्रदान करती है, इसलिए आपको साफ की हुई चीनी के सेवन के बाद होने वाली गिरावट का अनुभव नहीं होता है। परीक्षा के समय बच्चों को मसालेदार और आयली भोजन से परहेज करना चाहिए।

क्या करें –

  • पूरे दिन संतुलित भोजन लें।
  • समय-समय पर पानी पीते रहें।
  • एक बार में भोजन करने के बजाय बार-बार थोड़ा भोजन करें।
  • नाश्ते में बिस्किट, चिप्स, नमकीन जैसे मीठे खाद्य पदार्थों के बजाय फल,      सूखे मेवे, मखाना, कददू के बीज, सूरजमुखी के बीच, दही, भुना हुआ          पनीर खाएं।
  • परीक्षा के दिन अपने आहार में मल्टीग्रेन, बाजरा, ज्वार जैसे जटिल              कार्बोहाइड्रेट शामिल करें, ये धीमी गति से रिलीज होने वाले कार्बोहाइड्रेट        है जो पूरे दिन उर्जावान रहने में मदद करते है।क्या न करें –
  • लंबे समय तक भूखे न रहें।
  • खराब मूड में भोजन का सेवन न करें।
  • काफी-चाय न पिएं।
  • देर रात तक पढ़ाई और भोजन न करें।

सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा आज से

जिले में सीबीएसई बोर्ड की परीक्षा 17 फरवरी से शुरू हो रही है। ऐसे में बच्चे इसकी तैयारी में लगे हुए और कई बच्चे इसको लेकर तनाव भी ले रहे है। बच्चे बिलकुल भी न तनाव ले। अच्छा भोजन ले और देर रात तक

जागकर पढ़ाई न करे। ऐसे में परीक्षा देने के समय आप उर्जावान बने रहेंगे, इससे परीक्षा भी अच्छे से दे सकेंगे।

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