रायपुर (विश्व परिवार)। केंद्रीय पेट्रोरसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान (सिपेट), रायपुर द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के अंतर्गत आयोजित 7 दिवसीय विशेष शिविर का सफल और प्रेरणादायक समापन शासकीय नवीन प्राथमिक शाला, धनेली में सम्पन्न हुआ। दिनांक 29 मार्च से 4 अप्रैल 2025 तक आयोजित इस शिविर में स्वच्छता, पर्यावरण संरक्षण, साइबर क्राइम, स्वास्थ्य और सामाजिक चेतना जैसे अति महत्वपूर्ण विषयों पर गहन कार्य किया गया।
उद्घाटन से समापन तक जनसेवा में समर्पित रहे स्वयंसेवक शिविर का शुभारंभ सरपंच श्री लोकेश नवरंगे जी एवं उपसरपंच हिमांशु वर्मा जी सहित कार्यक्रम अधिकारी दिलीप कुमार साहू जी सहित सभी राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों व ग्राम वासियों के सादर उपस्थिति में संपन्न हुआ एवं समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. आलोक साहू (प्रधान निदेशक, सिपेट रायपुर), विशिष्ट अतिथि सरपंच श्री लोकेश नवरंगे, पूर्व सरपंच श्रीमती मंटोरा साहू, कार्यक्रम अधिकारी श्री दिलीप कुमार साहू एवं सैकड़ों ग्रामवासियों ने इस सामाजिक भव्य आयोजन के साक्षी बने।
प्रभात फेरी बनी जनजागरण की शक्ति हर सुबह गूंजे नारे – “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ”, “नशा मुक्त गाँव, स्वच्छ गाँव”, “प्लास्टिक हटाओ, पर्यावरण बचाओ”। दल नायक रितेश कुमार कुर्रे के नेतृत्व में निकली प्रभात फेरियों ने पूरे गांव में चेतना की अलख जगा दी। स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, डिजिटल इंडिया, यातायात नियमों से लेकर प्लास्टिक रीसाइक्लिंग जैसे विषयों पर जन-जागृति फैलाई गई।
सकारात्मक परिवर्तन की ओर ग्रामवासी
शिविर के दौरान स्वयंसेवकों ने गांव के प्रमुख स्थलों – विद्यालय, मंदिर परिसर, तालाब और बाजार की सफाई कर
स्वच्छता का सशक्त संदेश दिया। गांव का सर्वेक्षण कर स्थानीय समस्याओं को भी समझा गया। वहीं विशेषज्ञों
द्वारा स्वास्थ्य शिविर, CPR प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा, नशा मुक्ति व प्राथमिक उपचार पर सशक्त, आग एवं आग
से बचाओ पर व्याख्यान दिए गए।
खेलों में दिखा बच्चों का जोश– छात्रों के लिए आयोजित देसी खेलों
कुर्सी दौड़, पिट्टुल, रिले रेस, कबड्डी, खो-खो, फुगड़ी आदि ने शिविर में उत्साह का नया रंग भर दिया। विजेताओं
को शिविर के समापन दिवस पर मेडल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समाज सेवा से मिला आत्मिक संतोष
इस विशेष शिविर ने छात्र- छात्राओं को समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व का अनुभव कराया और सेवा भाव की
भावना को गहराई से आत्मसात कराया। ग्रामवासियों और सरपंच श्री लोकेश नवरंगे ने इस पहल की हृदय से
प्रशंसा करते हुए भविष्य में ऐसे शिविरों के पुनः आयोजन की इच्छा जताई।