नई दिल्ली (विश्व परिवार)। दिल्ली की राजनीति में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है। आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के मेयर पद का चुनाव न लडऩे का ऐलान करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को राज्य, केंद्र और नगर निगम में ‘ट्रिपल सरकार’ का रास्ता साफ कर दिया है।
सोमवार को दिल्ली की पूर्व मंत्री आतिशी और पार्टी के दिल्ली संयोजक सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की। आतिशी ने कहा कि भाजपा के पास एमसीडी में बहुमत है और आम आदमी पार्टी किसी भी प्रकार की खरीद-फरोख्त या तोडफ़ोड़ की राजनीति में शामिल नहीं होना चाहती।
आतिशी ने कहा, अब जब भाजपा के पास दिल्ली की सत्ता के तीनों स्तर – केंद्र, राज्य और नगर निगम हैं, तो दिल्ली के लोगों से किए गए वादों को पूरा करना उनकी जिम्मेदारी है। हम देख रहे हैं कि अब तक एमसीडी के नाम पर बहाने बनाए जा रहे थे। अब वो बहाने खत्म हो गए हैं। उन्होंने कहा कि अब भाजपा को सुरक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, सफाई और प्रदूषण जैसे मुद्दों पर ठोस काम करके दिखाना होगा। आप पार्टी इन तमाम मुद्दों पर एमसीडी में एक मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएगी।
आम आदमी पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि वो मेयर चुनाव में उतरती तो बहुमत साबित करने के लिए पार्षद तोडऩे या खरीदने जैसे हथकंडों का सहारा लेना पड़ता, जो पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसलिए पार्टी ने संवैधानिक और नैतिक दृष्टिकोण से पीछे हटने का फैसला किया है। अब भाजपा के पास दिल्ली में ट्रिपल इंजन की सरकार चलाने का अवसर है – केंद्र, राज्य और नगर निगम तीनों पर नियंत्रण होने के चलते अब विकास कार्यों में कोई रुकावट नहीं होनी चाहिए।