दुर्ग (विश्व परिवार)। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में गठित स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने सुपेला थाना क्षेत्र से एक बांग्लादेशी महिला को फर्जी पहचान के साथ अवैध रूप से भारत में निवास करते हुए गिरफ्तार किया है। यह एसटीएफ की अवैध घुसपैठियों के खिलाफ की गई पहली कार्रवाई है।
गिरफ्तार महिला की असली पहचान पन्ना बीबी (उम्र लगभग 25 वर्ष), निवासी दीधीरपार, जिला खुलना, बांग्लादेश के रूप में हुई है। वह पिछले दो वर्षों से *काकोली घोष उर्फ अंजली सिंह* नाम से सुपेला के नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में किराए पर रह रही थी।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर एसटीएफ टीम ने जब महिला से पूछताछ की, तो उसने पहले खुद को पूर्वी दिल्ली निवासी अंजली सिंह बताया और एक आधार कार्ड भी प्रस्तुत किया। लेकिन जांच में दस्तावेज संदिग्ध पाए गए। गहन पूछताछ पर महिला ने अपना असली नाम और बांग्लादेशी नागरिक होना स्वीकार किया।
बिना वीजा और पासपोर्ट के भारत में प्रवेश
जांच में सामने आया कि पन्ना बीबी करीब 8 साल पहले बिना वैध पासपोर्ट और वीजा के* पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले स्थित बॉर्डर से भारत में घुसी थी। उसने कोलकाता के सोनागाछी इलाके में लगभग 5 साल और दिल्ली में 1 साल तक अवैध रूप से रहकर पहचान छिपाई। इसके बाद वह भिलाई आकर काकोली घोष या अंजली सिंह के नाम से निवास करने लगी।
फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल इलाज में भी
महिला ने दिल्ली निवासी बनकर एक फर्जी आधार कार्ड तैयार करवाया और उसका इस्तेमाल इलाज के लिए अस्पताल में खुद को भर्ती कराने के लिए किया। दस्तावेजों में लगे फोटो जानबूझकर धुंधले रूप में लगाए गए ताकि असली पहचान छिपी रहे।
फोन जांच में भी बांग्लादेश से संपर्क के सबूत
एसटीएफ द्वारा महिला के मोबाइल फोन की जांच में पाया गया कि वह लगातार बांग्लादेश स्थित अपने परिवार और रिश्तेदारों से संपर्क में थी।
कानूनी धाराओं के तहत मामला दर्ज
महिला के खिलाफ विदेशी नागरिक अधिनियम 1946, भारतीय पासपोर्ट अधिनियम 1920, तथा **भारतीय न्याय संहिता 2023 की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
मकान मालिक पर भी होगी कार्रवाई
महिला को किराए पर रखने वाले मकान मालिक सूरज साव ने भी पुलिस को किराएदार की जानकारी नहीं दी, जो कि कानूनन अनिवार्य है। उसे भी इस मामले में सहयोगी मानते हुए वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
कार्यवाही में इन अधिकारियों की रही भूमिका
इस सफल कार्रवाई में एसटीएफ प्रभारी नगर पुलिस अधीक्षक सत्य प्रकाश तिवारी, सुपेला थाना प्रभारी विजय यादव, तथा एसटीएफ टीम के सउनि रमेश सिन्हा, पंकज चतुर्वेदी, और संतोष गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका रही।