नई दिल्ली (विश्व परिवार)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गुरुवार 15 मई को बिहार के दरभंगा पहुंचे हैं। वह जिले में छात्रों से बातचीत करने वाले थे। हालांकि, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने लोकसभा नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को दरभंगा में अंबेडकर छात्रावास में एक कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करने से रोकने की कोशिश की। बुधवार को बीपीसीसी मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, एआईसीसी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक अभय दुबे ने आरोप लगाया कि राज्य की सत्तारूढ़ जेडी (यू) बीजेपी गठबंधन के इशारे पर यह दमनकारी कदम उठाया गया है। दुबे ने कहा कि दरभंगा में जिला कल्याण अधिकारी ने हमें पत्र लिखकर सूचित किया है कि वह 15 मई को कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं देंगे। कोई कारण नहीं बताया गया है। ऐसा लगता है कि यह राज्य की सत्तारूढ़ जेडी (यू)-बीजेपी गठबंधन के इशारे पर उठाया गया दमनकारी कदम है। कांग्रेस ने एक्स पोस्ट में लिखा कि आज नेता विपक्ष राहुल गांधी बिहार के दरभंगा में होने वाले शिक्षा न्याय संवाद% में छात्रों से मिलने वाले थे। लेकिन.. बिहार की डबल इंजन% सरकार से ये बर्दाश्त न हुआ। सरकार ने आयोजन स्थल पर पुलिस भेजकर तोड़फोड़ करवाई और छात्रों को जबरदस्ती वापस भेजा गया।
पार्टी ने कहा कि बेहतर शिक्षा छात्रों का अधिकार है, उनके आगे बढ़ने और भविष्य संवारने का जरिया है, जिसे बिहार के छात्रों से लगातार छीना जा रहा है। हम इस अन्याय का पुरजोर विरोध करते हैं। छात्रों के साथ व छात्रों के हित में हमारी लड़ाई जारी है और जारी रहेगी। कांग्रेस ने साफ तौर पर कहा कि दृष्ठ-श्वक की डरी-सहमी सरकार तानाशाही पर उतर आई है। सरकार ने अपनी पुलिस लगाकर राहुल गांधी जी को रोक लिया है। क्या बिहार में दलित छात्रों से संवाद करना अपराध है? क्या बिहार में छात्रों के न्याय के लिए आवाज उठाना गुनाह है? ये तानाशाह सरकार चाहे कितना भी जोर लगा ले, हमारी आवाज को नहीं दबा सकती। हम छात्रों को न्याय दिलाने के लिए लड़ते रहेंगे।