अहमदाबाद (विश्व परिवार)। पीएम नरेंद्र मोदी आज अहमदाबाद दौरे पर हैं। प्रधानमंत्री एयरपोर्ट उतरकर सीधे एअर इंडिया प्लेन क्रैश (air india plane crash) वाली साइट पहुंचे हैं। पीएम मोदी अहमदाबाद प्लैन क्रैश (Ahmedabad Plane Cras) वाली साइट पहुंचकर पैदल चलकर स्थिति को देखा। ग्राउंड जीरो पर पीएम मोदी के साथ सीआर पाटिल, हरेश संघवी, नागरिक उड्डयन मंत्री राममोहन नायडू और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहें। इसके बाद प्रधानमंत्री अहमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे। यहां उन्होंने घालयों का हाल-जाना। साथ इस हादसे में एक मात्र बचे यात्री से बातचीत की।
इससे पहले पीएम मोदी सुबह करीब 8 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अहमदाबाद एयरपोर्ट पहुंचे। इसके बाद करीब 9 बजे प्रधानमंत्री ने घटना स्थल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। पीएम मोदी के आगमन को लेकर क्रैश साइट को पूरी तरह से बंद किया था। क्रैश साइट पर जाने वाले रास्ते भी बंद किए गए थे।
बता दें कि अहमदाबाद में एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन 12 जून 2025 (गुरुवार) को दोपहर टेक ऑफ के दो मिनट बाद ही क्रैश हो गया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और 12 क्रू मेंबर्स समेत 241 लोगों की मौत हो गई थी। फ्लाइट नंबर AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।
वहीं इस हादसे में सिर्फ एक भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक जिंदा बचे हैं। इस हादसे में कुल 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। दरअसल, आग लगते ही विमान 2.5 किमी दूर बीजे मेडिकल एंड सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से जा टकराया। इस बिल्डिंग में अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं।
डिप्टी कमिश्नर कानन देसाई ने देर रात बताया कि 265 शव सिटी सिविल अस्पताल पहुंच चुके हैं। इनमें 241 विमान सवारों के अलावा 4 MBBS छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी भी शामिल हैं। बाकी शवों की पहचान की जा रही है।
हादसे की जांच में सहयोग करेगा अमेरिका
इधर हादसे की जांच में सहयोग करने के लिए अमेरिका ने पेशकश की है। अमेरिकी परिवहन सचिव सीन डफी ने ट्वीट किया, भारत में हुई दुर्घटना से हम बहुत दुखी हैं। हम दुर्घटना की जांच में भारत की सहायता के लिए राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड के साथ काम कर रहे हैं। संघीय उड्डयन प्रशासन के जांचकर्ता दुर्घटना स्थल पर तैनात हैं। हम उड़ान भरने वाले लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक डेटा प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त संसाधन भेजने के लिए तैयार हैं। एफएए ने जांच के हिस्से के रूप में किसी भी आवश्यक जानकारी की समीक्षा करने के लिए बोइंग और जीई को पहले ही शामिल कर लिया है। चूंकि एनटीएसबी जांच का नेतृत्व कर रहा है, इसलिए हम किसी भी सुरक्षा अनुशंसा को लागू करने में संकोच नहीं करेंगे। हम तथ्यों का पालन करेंगे और सुरक्षा को सबसे पहले रखेंगे।