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मैम, पेपर बिगड़ जाए या कठिन प्रश्नों के उत्तर भूल जाएं तो क्या करें? माशिमं

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 रायपुर (विश्व परिवार)। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षा शुरू हो गई है। दूसरी बोर्ड परीक्षार्थियों के परीक्षा संबंधी भय और तनाव को दूर करने के लिए एक हेल्पलाइन शुरू किया है। इसके लिए टोल फ्री नंबर 91-18002334363 के जरिए मनोवैज्ञानिक, मनोचिकित्सक, विषय विशेषज्ञ, मंडल के अधिकारी भी परीक्षा संबंधी समस्याओं का निराकरण करके परामर्श दे रहे हैं। इधर हेल्पलाइन नंबर में जैसे परीक्षा आगे बढ़ रही है, वैसे ही परीक्षार्थी कई तरह के सवाल कर रहे हैं। कई परीक्षार्थियों ने सवाल किया कि मैम पहला पेपर बिगड़ गया… अब आगे क्या चाहिए।

इसके अलावा लाउड स्पीकर को लेकर परीक्षार्थी चिंता व्यक्त कर रहे हैं। वहीं पालक भी इस हेल्पलाइन नंबर में सवाल पूछने के लिए पीछे नहीं हैं। वे अपने बच्चों की पढ़ाई से लेकर उनकी समस्याओं पर सवाल कर रहे हैं। एक पालक ने पूछा- मेरा बेटा दृष्टिबाधित है, लेकिन होशियार है। समस्या यह है कि लेखक के रूप में होशियार बच्चा नहीं मिल रहा है तो क्या करें, गांव से परीक्षा केंद्र दूर है। माशिमं के प्रदीप साहू ने बताया कि इस हेल्पलाइन का संचालक 22 मार्च तक किया जाएगा। यहां रोज सुबह 10 से शाम पांच बजे तक विषय विशेषज्ञ, मनोचिकित्सक और मंडल के अधिकारियों द्वारा परामर्श दिया जा रहा है।

हेल्पलाइन नंबर में कुछ इस तरह के सवाल

सवाल- कठिन प्रश्नों के उत्तर भूल जाएं तो क्या करें?
जवाब- कठिन प्रश्नों को लिखकर बार-बार दोहराना चाहिए और उनके मुख्य बिंदुओं को याद करना चाहिए।
सवाल- प्रश्नों के उत्तर दिए गए क्रम में लिखना जरूरी है क्या?
जवाब- प्रश्नों के उत्तर दिए गए क्रम में लिखना जरूरी नहीं है। प्रश्न क्रमांक सही होना चाहिए।
सवाल- अंग्रेजी में कौन-सा आवेदन पत्र आएगा?
जवाब- विगत पांच सालों के प्रश्न पत्र के आधार पर तैयारी कर सकते हैं। वर्तमान समय के अनुसार जो प्रचलन में है वैसे आवेदन की तैयारी कर सकते हैं।
सवाल- मेरिट में आने के लिए कितना प्रतिशत लाना होगा?
जवाब- मेरिट में आने के लिए प्रतिशत निर्धारित नहीं होता है। वह हर साल के रिजल्ट के अनुसार निर्धारित होता है। मेरिट में आने के लिए निरंतर अभ्यास करें। लिख-लिख कर पढ़ें?
सवाल- साल में दो बार बोर्ड परीक्षा होगी, क्या इसी वर्ष से लागू?
जवाब- इस विषय में अभी स्पष्ट निर्देश नहीं है। निर्देश आने पर बता दिया जाएगा। अभी आगामी परीक्षा पर फोकस करें।
सवाल- राइटिंग का प्रभाव नंबर पर पड़ता है क्या?
जवाब- राइटिंग का प्रभाव अंकों पर पड़ता है। अस्पष्ट लिखावट के कारण अंक काटे जा सकते हैं।
सवाल- पास होने के लिए क्या करना चाहिए?
जवाब- पिछले पांच साल के प्रश्न पत्रों का लिखकर सतत अभ्यास करते रहिए। ब्लूप्रिंट के आधार पर पढ़ाई करें।
सवाल- अंग्रेजी के इंपोर्टेंट प्रश्न बता दें?
जवाब- हेल्पलाइन नंबर में इंपोर्टेंट प्रश्न नहीं बताए जाते हैं। सभी प्रश्न इंपोर्टेंट होते है। विगत पांच वर्षों का पेपर का अवलोकन कर लें

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