- 160 किमी प्रतिघंटे से चल सकती है ट्रेन
- पांरपरिक कोच हटाकर रेलवे अब इन दोनों ट्रेनों को एलएचबी कोच के साथ चलाएगी।
- इन कोचों में सामान्य कोचों की तुलना में ज्यादा जगह होती है।
बिलासपुर (विश्व परिवार)। एलएचबी कोच से चलेंगी दोनों ट्रेनें, 12 से मिलेगी सुविधा शिवनाथ व इंटरसिटी एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। यात्रियों का सफर इस ट्रेन में पहले से आरामदायक व सुरक्षित हो जाएगा। पांरपरिक कोच हटाकर रेलवे अब इन दोनों ट्रेनों को एलएचबी कोच के साथ चलाएगी। यह सुविधा 12 मार्च से मिलने लगी। रैक उपलब्ध होने के बाद परिचालन की तैयारियां पूरी कर ली गई है। एलएचबी कोच यात्रियों के लिए काफी आरामदायक व सुविधायुक्त होता है। रेल परिचालन की दृष्टि से एलएचबी कोच काफी सुरक्षित भी है। यही कारण है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे नहीं, बल्कि पूरे भारतीय रेलवे में धीरे-धीरे ट्रेनों के परिचालन के लिए इसी कोच का उपयोग किया जा रहा है।
जैसे-जैसे रैक उपलब्ध हो रहे हैं, अलग-अलग ट्रेनों आइसीएफ कोच को हटाकर उसकी जगह पर इस कोच लगाए जा रहे हैं। बिलासपुर रेल मंडल की बात करें तो यहां अधिकांश ट्रेनें एलएचबी कोच से चलती है। शिवनाथ एक्सप्रेस व इंटरसिटी एक्सप्रेस के यात्री इससे वंचित थे। जिसे भी अब एलएचबी से चलाने का निर्णय लिया गया है। इससे यात्रियों को राहत मिलेगी। इन कोचों में सामान्य कोचों की तुलना में ज्यादा जगह होती है। आइसीएफ़ कोच की तुलना में एलएचबी कोच में बर्थ की संख्या भी अधिक होती है। इससे रेल यात्रियों को अधिक से अधिक बर्थ उपलब्ध होगी। एलएचबी कोच में हाइड्रोलिक सस्पेंशन का प्रयोग किया जाता है।
वही दाएं – बाएं मूवमेंट के लिए भी सस्पेंशन का प्रयोग किया गया है, जिससे सफर आरामदायक हो जाता है। 18240 नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी-कोरबा एक्सप्रेस में 12 मार्च से और 18239 कोरबा-नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी एक्सप्रेस के यात्रियों को 13 मार्च से यह सुविधा मिलेगी। इसी तरह 12855 बिलासपुर-नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी एक्सप्रेस 12 मार्च से व 12856 नेताजी सुभाषचंद्र बोस इतवारी-बिलासपुर एक्सप्रेस में 14 मार्च एलएचबी कोच के साथ चलेगी। यह दोनों ट्रेनें जोन की प्रमुख ट्रेन है। यात्रियों को रेलवे ने बड़ी सुविधा दी है।
160 किमी प्रतिघंटे से चल सकती है ट्रेन
अभी का समय स्पीड ट्रेन का है। इसे ध्यान में रखते हुए एलएचबी कोच की डिजाइन की गई है। यह कोच सामान्य कोचों की अधिकतम गति 110-130 किमी प्रतिघंटे की तुलना में 160 किमी प्रतिघंटे से भी अधिक की गति के लिए डिजाइन की गई है। आगामी दिनों में रेलवे ट्रेनों की गति बढ़ाने की योजना में हैं। यही कारण ट्रैक की मरम्मत, नई लाइनें बिछाने समेत अधोसंरचना से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा।
श्रद्वालुओं को मिलेगी सुविधा के साथ बड़ी राहत
बिलासपुर। वंदे भारत ट्रेन अब डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन में ठहरेगी। यह सुविधा प्रायोगिक तौर पर छह मार्च से शुरू हो रही है। इसका सबसे बड़ा लाभ मां बम्लेश्वरी के दर्शन को जाने वाले श्रद्वालुओं को मिलेगी। यह बिलासपुर रेल मंडल की सबसे महत्वपूर्ण ट्रेन है। जिसका कुछ ही स्टेशनों में स्टापेज है। अब तक यह ट्रेन डोंगरगढ़ रेलवे स्टेशन में नहीं रूकती थी। लेकिन, सुविधा को ध्यान में रखते हुए बिलासपुर एवं नागपुर के मध्य चलने वाली 20825/20826 बिलासपुर – नागपुर वन्दे भारत एक्सप्रेस का ठहराव डोंगरगढ़ स्टेशन में देने का निर्णय लिया गया है।
यह ठहराव प्रायोगिक तौर पर दिया जा रहा है। इसके तहत 20826 नागपुर से छूटकर बिलासपुर आने वाली ट्रेन छह मार्च से और 20825 बिलासपुर- नागपुर वंदे भारत एक्सप्रेससात मार्च से इस स्टेशन में ठहरेगी। रेलवे इसका समय पर घोषित कर दिया है। जिसके तहत नागपुर- बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस 16:29 बजे डोंगरगढ़ पहुंचेगी और एक मिनट ठहरने के बाद छूटेगी। वहीं वापसी में 9:21 बजे पहुंचकर 9:22 बजे रवाना होगी।