- एलईडी रथ से होगा भाजपा का प्रचार-प्रसार
- सभी 29 लोकसभा क्षेत्रों में जाएंगे एलईडी रथ
- नुक्कड़ सभा के माध्यम से बताई सरकार की योजनाएं
भोपाल (विश्व परिवार)। भारतीय जनता पार्टी जनता के सुझावों को संकल्प पत्र में शामिल करेगी। इसके लिए पार्टी के प्रदेश कार्यालय से मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद सभी 29 लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार के लिए एलईडी रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर डा.यादव ने कहा कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास की अवधारणा पर काम करती है। एलईडी रथों के माध्यम से सभी लोकसभा क्षेत्रों में जनता के साथ जुड़कर सुझाव लिए जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार फिर सरकार बनने जा रही है। चारों एक ही नारा सुनाई दे रहा है अबकी बार 400 पार।
दो-दो एलईडी रथ जाएंगे
सीएम यादव ने कहा कि प्रत्येक लोकसभा क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार के लिए दो-दो एलईडी रथ जाएंगे। सुझाव पेटियों के साथ-साथ हम जागृति रथ भी निकालेंगे। निश्चित विजय हमारे सामने है, लेकिन हम जनता के साथ खड़े होना चाहते हैं। इन रथों के माध्यम से लोकसभा क्षेत्रों में केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को बताया जाएगा।
‘एमपी के मन में मोदी और मोदी के मन में एमपी’ ने पिछले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता ने प्रचंड बहुमत से हमारी सरकार बनाई। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में देश की दशा और दिशा पूरी तरह से बदल गई है। विपक्ष ने कई हथकंडे और षड्यंत्र किए, लेकिन आर्थिक व्यवस्था हो, विकास के पैमाने, मानवीय संवेदना की बात हो या फिर कोविड का कठिन काल, हर चुनौतियों में प्रधानमंत्री ने अपने नेतृत्व को सफल सिद्ध किया है।
जाति आधारित गणना पर बोले रामेश्वर शर्मा
उधर, कार्यक्रम के बाद मीडिया से चर्चा में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने राहुल गांधी के देश में जाति आधारित गणना की मांग को लेकर कहा कि राहुल गांधी को भी अपनी जाति बतानी होगी। हम लोग सनातन प्रवृत्ति के हैं और हिंदू समाज में वर्ग-जाति का कोई उल्लेख नहीं होता है। राहुल गांधी अगर आपने जाति पूछना शूरू कर दी तो पहले आपको बताना पड़ेगा कि फिरोज खान का नाम किस जाति का है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के लोकसभा चुनाव में 10 से 12 सीटें कांग्रेस के जीतने के दावे पर कहा कि दस में से आगे का एक गायब हो जाएगा और कांग्रेस शून्य पर आ जाएगी। मैं तो यही प्रार्थना करूंगा कि कमल नाथ जी इस आयु में चुनाव हारने का झटका न खाएं।