रायपुर (विश्व परिवार)। रायपुर से नवा रायपुर के बीच चलने वाले बीआरटीएस (बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम) के टेंडर को लेकर विवाद शुरू हो गया है. छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ ने पक्षपात का आरोप लगाते हुए एनआरडीए से टेंडर रद्द करने की मांग की है छत्तीसगढ़ यातायात महासंघ का आरोप है कि एक फर्म को टेंडर देने के लिए जानबूझकर ऐसी शर्तें रखी गई थी कि छत्तीसगढ़ का दूसरा कोई बस ऑपरेटर पात्र ही नहीं हो सका. जिस फर्म को टेंडर दिया गया है, वह सिटी बस संचालन में डिफाल्टर हो चुका है. नया रायपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी ने इस साल जनवरी में बीआरटीएस के संचालन के लिए टेंडर जारी किया था. टेंडर की कंडिका 3.2 में यह शर्त रखी गई थी कि बीआरटीएस चलाने के लिए फर्म को तीन साल सिटी बस संचालन का अनुभव होना चाहिए. यातायात महासंघ का कहना है कि छत्तीसगढ़ में 2014 से सिटी बसों का संचालन हो रहा है, और तब से दुर्गाम्बा ही कई जिलों में सिटी बस चला रही है. इसी को टेंडर देने के लिए ही शर्तों में तीन साल का अनुभव रखा गया था. दुर्गाम्बा ने कोरबा, दुर्ग और बिलासपुर में सिटी बस का संचालन किया.