रायपुर (विश्व परिवार)। श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय में स्पेशल एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा 21 सितंबर को सीआरई (कंटीन्यूइंग रिहैबिलिटेशन एजुकेशन) ऑनलाइन एवं ऑफलाइन सेमिनार का आयोजन किया गया है। सीआरई दिव्यंगों का परिचय और दिव्यांग लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए राष्ट्रीय स्तर की सतत पुनर्वास शिक्षा (सीआरई) सेमिनार का आयोजन है जिसमें सीआरई कार्यक्रम में श्रीमती सिम्मी श्रीवास्तव, पुनर्वास पेशेवर, डॉ करुप्पा सामी सीडब्ल्यूएसएन के लिए शैक्षिक निहितार्थ और प्रबंधन,श्री राजेश तिवारी, पुनर्वास पेशेवर एवं सुश्री तृप्ति सारस्वत सीआरई समन्वयक के रूप में शामिल हुए। सेमिनार में वस्तुतः 250 से अधिक छात्र भाग लिया हैं जिसमें पंजीकृत विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र दिया गया। उल्लेखनीय है की 8 अलग- अलग राज्यों से सदस्यों ने भाग लिया।
श्रीमती सिम्मी श्रीवास्तव आकांक्षा लायंस इंस्टीट्यूट ऑफ लर्निंग एंड एम्पावरमेंट रायपुर (सी.जी.) की परियोजना एवं अनुसंधान निदेशक, पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डॉ. सिमी श्रीवास्तव ने छत्तीसगढ़ में दिव्यंगों का संक्षिप्त परिचय दिया, उन्होंने बताया की दिव्यांगता पुनर्वास और विशेष शिक्षा के क्षेत्र मे प्रशिक्षण व कार्यक्रमों के विकास, मानकीकरण के लिए जिम्मेदार है आज हर्ष का विषय है कि हम आज इस कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रिय स्तर पर कर रहे हैं। उन्होंने सेमिनार के चार तकनीकी सैशन में केंद्र शासन द्वारा सीआरई सेमिनार में दिव्यांग लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए पेशेवरों के ज्ञान और कौशल को आगे बढ़ाने के लिए संक्षिप्त में मार्गदर्शित किया।
सेमिनार की शुरुआत दीप प्रज्वलन और राज्यगीत से गई तत्प्श्चात स्वागत उद्बोधन में विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति श्री हर्ष गौतम ने श्री रविशंकर जी महाराज को नमन करते हुए उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत किया तत्पश्चात उन्होंने कहा की ये पहल दिव्यांग लोगों में आत्मविश्वास बढ़ाने की पहल है केंद्र शासन जिन्होंने हमे यह राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार के लिए चुना है हम उनके आभारी है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एस. के. सिंह ने अपने उद्बोधन में श्री रविशंकर जी महाराज को नमन किया और कहा की आज उनके आशीर्वाद और उनके मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय सफलताओं के साथ आगे बढ़ रहा है। केंद्र शासन द्वारा सीआरई सेमिनार में दिव्यांग लोगों को गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने के लिए पेशेवरों के ज्ञान और कौशल को आगे बढ़ाने के लिए आरसीआई एक महत्वपूर्ण पहल है और इस पहल को आगे बढ़ाए जाने का प्रयास किया गया। और इस प्रयास में हम भी शामिल यह गर्व की बात है। सीआरई सेमिनार के माध्यम से विशेष शिक्षा के लिए शिक्षको को अपडेट करने के लिए और छात्रों को मार्गदर्शित करने के लिए यह सेमिनार आयोजित किया गया है।
कुलसचिव डॉ. सौरभ कुमार शर्मा ने अपने स्वागत उद्बोधन में गणपति जी, ज्ञान की देवी माँ सारदा एवं परमपूज्य श्री रविशंकर जी महराज महाराज को प्रणाम करते हुए उन्होंने सभी का स्वागत किया तत्प्श्चात कहा की विश्वविद्यालय अपने आप को गौरवान्वित महसूस कर रहा है जहां ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षत करने का अवसर प्राप्त हो रहा है जो समाज की मुख्य धारा में नहीं आते हैं, आज विश्वविद्यालय को ऐसे सेमिनार आयोजित करने का अवसर प्राप्त हो रहा है जो स्वयं परमात्मा के हस्ताक्षर होते है और परमात्मा ने उनसे कुछ लिया है तो कुछ विशेष दिया भी है।
सेमिनार का समापन राष्ट्रय गीत के साथ किया एवं सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
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