- कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद चांदनी चौक नई दिल्ली एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री माननीय श्री प्रवीण खण्डेलवाल जी होगें
- माननीय श्री प्रवीण खण्डेलवाल जी का 20 नवम्बर को शाम 7ः30 बजे राम मंदिर में स्वागत सम्मान
व्यापारी समस्याओ पर चर्चा की जायेगी
नई दिल्ली(विश्व परिवार)। देश के सबसे बड़े व्यापारिक संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी, चेयरमेन मगेलाल मालू, अमर गिदवानी, प्रदेश अध्यक्ष जितेन्द्र दोशी, कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंहदेव, परमानन्द जैन, वाशु माखीजा, महामंत्री सुरिन्द्रर सिंह, कार्यकारी महामंत्री भरत जैन, एवं कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल ने बताया कि आज कैट के प्रदेष कार्यालय में कैट राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर पारवानी जी अध्यक्षता में मिटिंग हुई है। मिटिंग में आगामी 21 नवम्बर को बिलासपुर में आयोजित होने वाले “छतीसगढ़ व्यापार सम्मेलन एवं कैट का प्रादेषिक दीपावली मिलन समारोह“ कार्यक्रम के सबंध में चर्चा की गई।
(कैट) के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी एवं प्रदेष अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोषी ने बताया कि आगामी 21 नवम्बर को बिलासपुर में “छतीसगढ़ व्यापार सम्मेलन एवं कैट का प्रादेषिक दीपावली मिलन समारोह“ कार्यक्रम आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद चांदनी चौक नई दिल्ली एवं कैट के राष्ट्रीय महामंत्री माननीय श्री प्रवीण खण्डेलवाल जी होगें। अति विषिष्ठ अतिथि कैट के चेयरमेन श्री बृजमोहन अग्रवाल जी होगे। क्रार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री अमर पारवानी जी होंगे। विषिष्ठ अतिथि राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री जितेन्द्र गांधी जी, कैट के प्रदेष अध्यक्ष श्री जितेन्द्र दोषी जी, कैट प्रदेष उपाध्यक्ष श्री राजू सलूजा जी, एवं बिलासपुर प्रभारी श्री राकेष ओचवानी जी होगे।
श्री पारवानी एवं श्री दोषी ने आगे बताया कि छतीसगढ़ व्यापार सम्मेलन एवं कैट का प्रादेषिक दीपावली मिलन समारोह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय श्री प्रवीण खण्डेलवाल जी के द्वारा भविष्य की व्यापार के स्वरूप पर चर्चा , डिजिटल व्यापार पर चर्चा एवं वर्तमान में व्यापार में आ रही समस्याओ पर व्यापारियों को संबोधित करेगें। कैट प्रदेष के सभी व्यापारी बन्धुओं से अपील करती है। उपरोक्त कार्यक्रम में शामिल हो कर व्यापार संबधी जानकारी का लाभ उठायें।
उपरोक्त मिटिंग में कैट एवं युवा टीम के पदाधिकारी मुख्य रूप से उपस्थित रहे – अमर पारवानी, जितेन्द्र दोषी, परमानन्द जैन, वासु माखीजा, सुरिन्द्र सिंह, भरत जैन, राकेष ओचवानी, महेन्द्र कुमार बागरोडिया, महेष जेठानी, नरेष पाटनी, प्रीतपाल सिंह बग्गा, जयराम कुकरेजा, नागेन्द्र तिवारी, मोहन वर्ल्यानी, दीपक विधानी, विक्रांत राठौर, रतनदीप सिंह, मनीष सोनी, सर्वेष दौलतानी, डीएस परिहार, विजय शादिजा एवं डॉक्टर पुरूषोत्तम चन्द्राकर आदि।