गरियाबंद (विश्व परिवार)। सुशासन तिहार के दौरान जहां आमतौर पर प्रशासनिक समस्याएं और बुनियादी सुविधाओं की मांगें सामने आती हैं, वहीं इस बार आयोजन में एक अनोखा और मानवीय पहलू भी देखने को मिला। 36 वर्षीय चंदन साहनी नामक युवक ने शासन से जीवनसाथी की मांग करते हुए यह इच्छा जाहिर की कि वह किसी विधवा, तलाकशुदा या अनाथ महिला से विवाह करना चाहता है।
यह मांग न केवल व्यक्तिगत आवश्यकता को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि आज के युवा सामाजिक हाशिए पर मौजूद महिलाओं को सम्मान और जीवन में एक नई शुरुआत देने के लिए आगे आ रहे हैं। चंदन साहनी की यह सोच समाज में सकारात्मक बदलाव की ओर एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस आवेदन को गंभीरता से लेते हुए चंदन को उपयुक्त योजनाओं से जोडऩे और जरूरी मार्गदर्शन देने का आश्वासन दिया है। विभाग का यह रुख यह दर्शाता है कि सरकार अब केवल प्रशासनिक व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि जनभावनाओं और सामाजिक मुद्दों को भी समान रूप से महत्व दे रही है।