Home धर्म आचार्य श्री विद्यासागर जी की सदप्रेरणा: धागे से आत्मनिर्भरता का उपक्रम

आचार्य श्री विद्यासागर जी की सदप्रेरणा: धागे से आत्मनिर्भरता का उपक्रम

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  • जबलपुर में 100% हस्त निर्मित वस्त्रों के विक्रय केंद्र “श्रमदान अपनापन” का भव्य शुभारंभ 27 मई को

जबलपुर (विश्व परिवार)। 27 मई 2025, प्रातः 9 बजे, KA मॉल, ज्योति टॉकीज़ के सामने, आनंद होटल, जबलपुर में “श्रमदान अपनापन” हथकरघा विक्रय केंद्र का भव्य शुभारंभ होने जा रहा है । यह केंद्र पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज एवं आचार्य श्री समय सागर जी महाराज के पावन आशीर्वाद से प्रारंभ किया जा रहा है ।
“श्रमदान” के माध्यम से आज 1500 ग्रामीण परिवारों एवं 450 बंदियों को एक नया जीवन, सम्मानजनक आजीविका और आत्मनिर्भरता का अवसर मिला है । यह पहल केवल वस्त्र विक्रय केंद्र नहीं, बल्कि सामाजिक पुनर्निर्माण, पर्यावरणीय संतुलन और पुनर्वास की एक मिसाल है ।
यह अभिनव अभियान मध्यप्रदेश की 6 जेलों सहित तिहाड़ जेल (दिल्ली), सागर सेंट्रल जेल, बनारस सेंट्रल जेल, मिर्जापुर, आगरा एवं मथुरा जेल में संचालित है, जहाँ बंदी हथकरघा चला कर प्रति माह ₹8,000 से ₹10,000 तक की आय प्राप्त कर रहे हैं ।
“श्रमदान अपनापन” न केवल 100% हस्तनिर्मित, प्राकृतिक वस्त्रों की बिक्री का केंद्र है, बल्कि यह ग्रामीण भारत के पुनर्निर्माण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल है ।
आपके एक वस्त्र से किसी का घर चलता है, किसी की दुनिया संवरती है ।
इस शुभारंभ अवसर पर सामाजिक, आध्यात्मिक एवं प्रशासनिक क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियाँ उपस्थित रहेंगी ।

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