Home धर्म आचार्य विशुद्ध सागर जी के पट्टाचार्य उत्सव का आयोजन कल से

आचार्य विशुद्ध सागर जी के पट्टाचार्य उत्सव का आयोजन कल से

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  • छत्रपति संभाजीनगर शहर सहित देश भर से उपस्थित रहेंगे हजारों भक्त

इंदौर (विश्व परिवार)। इंदौर शहर के गांधीनगर परिसर स्थित सुमतिधाम में 27 अप्रैल से 2 मई के दौरान जैन समाज का 6 दिवसीय पट्टाचार्य समारोह व जैन समाज के महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है ऐसी जानकारी शुक्रवार को पत्रकार परिषद में गुरु भक्त मार्गदर्शक न्यायमूर्ति कैलाशचंद चांदीवाल, मुख्य संयोजक आनंद सेठी, संयोजक ललित पाटणी, सहसंयोजक महेंद्र ठोले ने दी।
लगेगा विश्व का महाकुंभ पपू गणाचार्य विरागसागरजी महाराज का हाल ही में जालना में समाधि मरण हुआ। उनका पट्टाचार्य पद आचार्य विशुद्धसागरजी महाराज को दिया जाएगा। इस अवसर पर आचार्य विरागसागरजी महाराज दीक्षित, आचार्य उपाध्याय, मुनि, गणनी, आर्थिका, ऐलक, क्षुल्लक, क्षुल्लिका, ब्रम्हचारी सहित 400 साधु संत समारोह में उपस्थित रहेंगे। उसी तरह कार्यक्रम के लिए विश्व भर का दिगंबर जैन समाज इस महाकुंभ में उपस्थित रहेगा। महामहोत्सव के लिए राजनेता व राज्य के नेतागण भी उपस्थित रहेंगे। समारोह के लिए पिछले 6 महीने से तैयारी जारी है। पत्रकार परिषद में बताया गया कि पट्टाचार्य समारोह में इंदौर सहित देश विदेश के समाज जन उपस्थित रहेंगे। समारोह के लिए ऑनलाइन पंजीयन की व्यवस्था की गई है।
30 अप्रैल को आयोजन
अक्षय तृतीया के पावन दिवस यानी 30 अप्रैल को पट्टाचार्य पदारोहण होगा। इस अवसर पर गणाचार्य पुष्पदंतसागरजी महाराज व आचार्य प्रज्ञासागरजी महाराज उपस्थित रहेंगे। 65 एकड में कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। ऐतिहासिक कार्यक्रम में 20 हजार पुरुष व महिलाओं के बैठने हेतु पंडाल तैयार किया गया है। उसी तरह एसी, चार भोजन शालाएं, 5 हजार की क्षमता वाला खतंत्र भेजनकक्ष बनाया गया है। उसी तरह 360 चौकियों पर साधु संतो को आहार उपलब्ध कराया जाएगा।
इस तरह होगा आयोजन
इससे पूर्व 27 अप्रैल की सुबह 8 बजे सुमतिधाम में आचार्यश्री पट्टाचार्य महोत्सव का आगमन होगा। बाद में 9 बजे प्रवचन, 10.30 बजे, आचास्चर्या, दोपहर 2 बजे पत्रकार सम्मेलन, दोपहर ढाई बजे स्वाध्याय, दोपहर 3 बजे प्रवचन, शाम 6 बजे आचार्य भक्ति प्रतिक्रमण, रात 8 बजे प्रोजेक्शन मैपिंग, रात 8.30 बजे लेजर शो, रात 9 बजे आदिनाथ गाथा के प्रथम चरण में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। 28 अप्रैल्न की शाम 7 बजे भगवान का अभिषेक ध्वजारोहण, 8 बजे दीप प्रज्वलन, पाद प्रक्षालन, शास्त्र भेट व आचार्य विरागसागरजी महाराज की पूजा, सुबह 9 बजे प्रवचन, 10.30 बजे आहारचर्या, दोपहर एक बजे गणधरवलय विधान, शाम 6 बजे आचार्य भक्ति प्रतिकमण, शम 7.30 बजे आरती, रात 9 बजे आदिनाथ गाथा, भाग 2 पर नाटिका। 29 अप्रैल की सुबह 7 बजे भगवान का अभिषेक शांतीधारा, सुबह 8 बजे आचार्य संघ की पूजा व सिंहासन कमंडल व पिच्छी जाप माला शास्त्र भेट, उसी तरह आर्यिका क्षुल्लिका माताजी को वस्त्र भेट, सुबह 9 बजे प्रवचन, 10.30 बजे आहारचार्य, दोपहर 2.30 बजे स्वाध्याय व शास्त्र प्रदर्शनी का उद्घाटन, दोपहर 3 बजे प्रवचन, शाम 7.30 बजे आरती, रात 8.30 बजे स्वस्तीमेहुल ग्रुप की ओर से भजन संध्या संपन्न होगी। 30 अप्रैल की शाम 6 बजे भगवान का अभिषेक शांतीधारा, 6.30 बजे भव्य शोभायात्रा, सुबह 7 बजे पट्टाचार्य पद प्रतिष्ठा संस्कार समारोह, 10.30 बजे आहारचार्य, दोपहर 3 बजे साहित्य विमोचन व प्रक्चन, शाम 7.30 बजे आरती, रात 9 बजे सम्राट खारवेल का लघु नाटिका सांस्कृतिक कार्यक्रम संपल होगा। एक मई की सुबह 7 बजे भगवान का अभिषेक शांतीधारा सुबह 8 बजे, दोपहर 2.30 बजे गणाचार्य विरागसागजरी महाराज के व्यक्तीत्व, कृतीत्व पर राष्ट्रीय विदवकत्व संगोष्ठी प्रवचन होगा। 10.30 बजे आहारचर्या, दोपहर 2.30 बजे स्वाध्याय व शासत्र प्रदर्शनी का उदघाटन, शाम 4.30 बजे प्रवचन, शाम 7.30 बजे आरती, रात 9 बजे महावीर गाथा के विषय पर सांस्कृतिक कार्यक्रम पर नाटिकासंपन्न होगी। 2 मई की सुबह 7 बजे भगवान का अभिषेक शांतीधारा, 7.30 बजे पपु विरागसागरजी महाराज के 62 वे जनमजयंती समारोह पर महापुजा, गुणानुवाद सभा, 10.30 बजे, आहारचर्या, दोपहर 2.30 बजे स्वाध्याय, शाम 7.30 बजे आरती, रात 8.30 बजे लेजर शो होगा।

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