नई दिल्ली (विश्व परिवार)। बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है।
कांग्रेस भी बिहार में दोबारा अपनी जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है। लोकसाभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी लगातार बिहार का दौरा कर रहे हैं।
इस बीच राहुल ने एक बार फिर महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए कहा है कि अब बिहार में भी मैच फिक्सिंग की तैयारी हो रही है।
राहुल ने एक्स पर समाचार पत्रों में छपे उनके लेख की प्रति साझा करते हुए लिखा, किसी चुनाव को किस तरह चुराया जाए। साल 2024 में हुआ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली करने का खाका था। मेरा लेख दिखाता है कि महराराष्ट्र में इसे चरण दर चरण कैसे अंजाम दिया गया।
बता दें कि महाराष्ट्र में भाजपा ने शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से मिलकर बड़ी जीत दर्ज की थी।
राहुल ने चुनाव में धांधली करने के प्रमुख 5 चरणों का भी उल्लेख किया है।
उन्होंने एक्स पर आगे लिखा, पहला चरण – चुनाव आयोग की नियुक्ति के लिए पैनल में धांधली करना, दूसरा चरण- फर्जी मतदाताओं को मतदाता सूची में जोडऩा, तीसरा चरण- मतदान प्रतिशत को बढ़ाना, चौथा चरण – फर्जी मतदान को ठीक वहीं लक्षित करना जहां भाजपा को जिताना है और पांचवां चरण- सभी धांधली के सबूत छिपा लेना।
राहुल की यह पोस्ट वायरल हो रही है।
राहुल ने आगे लिखा, यह समझना मुश्किल नहीं है कि महाराष्ट्र में भाजपा इतनी हताश क्यों थी? यह धांधली मैच फिक्सिंग की तरह है, जो पक्ष धोखा देता है वह खेल जीतता है, लेकिन संस्थानों को नुकसान पहुंचाता है। परिणाम में जनता का विश्वास नष्ट करता है। सभी चिंतित भारतीयों को सबूत देखने चाहिए। खुद फैसला करें। जवाब मांगें। क्योंकि महाराष्ट्र की मैच फिक्सिंग अब बिहार में होगी और फिर वहीं, जहां भाजपा हार रही होगी।
राहुल ने लिखा, मैच फिक्सिंग चुनाव किसी भी लोकतंत्र के लिए जहर के समान है। दरअसल, राहुल ने इस पोस्ट से भाजपा पर आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उसने मैच फिक्सिंग की तरह से धांधली की थी।
अप्रैल में राहुल ने अमेरिका के बोस्टन में कहा था कि चुनाव आयोग अब निष्पक्ष नहीं रहा, वह समझौता कर चुका है।
उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2023 के मतदान आंकड़ों का हवाला देते हुए आरोप लगाया था कि अंतिम 2 घंटे में लाखों वोट पडऩा भौतिक रूप से असंभव है। एक वोटर को वोट देने में लगभग 3 मिनट लगते हैं, तो इतने कम समय में इतने वोट नहीं पड़ सकते हैं। आयोग का डाटा पूरी तरह गलत है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव महायुति गठबंधन ने 288 विधानसभा सीटों में से 230 सीटों पर जीत हासिल की।
इसमें भाजपा ने अकेले 132, एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार गुट की एनसीपी ने 41 सीटों पर जीत हासिल की थी।
इसके उलट महाविकास अघाड़ी केवल 46 सीटें ही हासिल जीत सका था। इसमें उद्धव ठाकरे की शिवसेना ने 20, कांग्रेस ने 16 और शरद पवार की एनसीपी 10 सीटें ही जीतने में सफल रही थी।