अहमदाबाद (विश्व परिवार)। अहमदाबाद से लंदन जाने वाली बोइंग ड्रीमलाइनर की एयर इंडिया एआई-171 उड़ान हादसे की जांच में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।
जांच अधिकारियों को पता चला है कि जो विमान उड़ान भरने के कुछ सेकेंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, उसके दाहिने हिस्से के इंजन को 3 महीने पहले बदला गया था।
जांच में पता चला है कि पहले इंजन की मरम्मत की गई, जिसके बाद उसे मार्च 2025 में दोबारा से लगाया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 12 साल पुराने बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर की आखिरी बार विस्तृत रखरखाव जांच जून 2023 में हुई थी। अब इसकी अगली जांच दिसंबर 2025 में होगी, लेकिन उससे पहले हादसा हो गया।
जांच में यह भी पता चला कि एयर इंडिया ने अप्रैल में बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के लिए बीमा कवर 750 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 850 करोड़ रुपये कर दिया था। बता दें, सबसे बड़े विमान दुर्घटना में बीमा दावा 3,000 करोड़ रुपये का है।
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एयर इंडिया के बेड़े में शामिल सभी ड्रीमलाइनर विमानों की सुरक्षा जांच के आदेश दिए हैं।
इसे देखते हुए 12 जून से 17 जून तक करीब 66 उड़ानों को जांच के कारण रद्द किया गया है।
अब तक एयरलाइन के 33 बोइंग 787 में 9 विमानों की जांच हो चुकी है, जबकि बाकी की जांच जारी है। जल्द ही जांच पूरी हो जाएगी।
गुरुवार 12 जून को अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले बोइंग ड्रीमलाइनर एयर इंडिया एआई-171 कुछ सेंकेड में ही बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
हादसे के समय विमान में 242 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्य सवार थे, जिसमें सिर्फ एक यात्री की जान बच सकी। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की भी हादसे में मौत हो गई।
जमीन पर करीब 29 लोगों की मौत हुई है।
अहमदाबाद विमान हादसे की जांच में विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी), अमेरिकी नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (एनटीएसबी), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), डीजीसीए और गुजरात पुलिस शामिल है। इसमें फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (एफएए), यूके सिविल एविएशन अथॉरिटी (सीएए) और बोइंग सहयोग कर रहे हैं।