रायपुर (विश्व परिवार)। एम्स रायपुर के ईएनटी और हेड-नेक सर्जरी विभाग ने विश्व श्रवण दिवस 2025 को श्रवण स्वास्थ्य और सुनने की हानि की रोकथाम पर केंद्रित तीन दिवसीय जागरूकता अभियान के साथ मनाया। डॉ. रेणु राजगुरु और डॉ. रिपु दमन अरोड़ा के नेतृत्व में, इस पहल ने छात्रों, चिकित्सा पेशेवरों और आम जनता को शामिल किया। मानसिकता बदलें: सभी के लिए कान और श्रवण देखभाल को वास्तविकता बनाएं थीम के तहत, अभियान ने शीघ्र निदान, रोकथाम और श्रवण देखभाल की उपलब्धता पर जोर दिया। एम्स रायपुर के कार्यकारी निदेशक एवं सीईओ लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) अशोक जिंदल और डीन डॉ. आलोक सी. अग्रवाल ने श्रवण स्वास्थ्य के महत्व को रेखांकित किया।
ईएनटी स्वास्थ्य जांच शिविर (1 मार्च, 2025): तिल्दा के एक प्राथमिक विद्यालय में आयोजित जांच शिविर में कान, नाक, गला और श्रवण समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया गया।
श्रवण स्वास्थ्य जागरूकता दौड़ (2 मार्च, 2025): एम्स रायपुर में श्रवण स्वास्थ्य के लिए दौड़ आयोजित की गई, जिसमें एमबीबीएस और नर्सिंग छात्र, संकाय सदस्य और अस्पताल के कर्मचारी शामिल हुए। इस दौड़ का उद्देश्य शोरजनित श्रवण हानि के प्रति जागरूकता बढ़ाना था।
नुक्कड़ नाटक और जागरूकता अभियान (3 मार्च, 2025): समझो कान की बात नुक्कड़ नाटक के माध्यम से दर्शकों को लंबे समय तक तेज़ आवाज़ में संगीत सुनने के खतरों के बारे में जागरूक किया गया।
सीएमई संगोष्ठी (3 मार्च, 2025): विभिन्न विभागों के विशेषज्ञों, जिनमें प्रो. रेणु राजगुरु, प्रो. अभिरूचि गल्होत्रा, प्रो. रूपा मेहता, डॉ. रिपु दमन अरोड़ा आदि शामिल थे, ने बेहतर श्रवण, ध्वनि प्रदूषण, श्रवण यंत्रों और मोबाइल फोन के सुनने पर प्रभाव जैसे विषयों पर चर्चा की।
लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) अशोक जिंदल ने नियमित श्रवण जांच और समय पर उपचार की आवश्यकता पर जोर दिया। प्रो. (डॉ.) रेणु राजगुरु ने शिक्षा, जीवनशैली में परिवर्तन और स्क्रीनिंग के माध्यम से श्रवण समस्याओं की रोकथाम पर प्रकाश डाला, जबकि डॉ. रिपु दमन अरोड़ा ने मोबाइल फोन और ब्लूटूथ के श्रवण पर प्रभाव पर चर्चा की। एम्स रायपुर ग्रामीण क्षेत्रों और स्कूलों में स्क्रीनिंग शिविरों का विस्तार करने की योजना बना रहा है, जिससे सभी के लिए श्रवण देखभाल को सुलभ बनाया जा सके। ईएनटी विभाग विशेष परामर्श, निदान और उपचार प्रदान करता है, जिससे श्रवण स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का संदेश दिया जा रहा है।