सागर। आचार्य श्री विद्या सागर महाराज के परम प्रभावक शिष्य, निर्यापक मुनिश्री योग सागर महाराज के संघस्थ ऐलक श्री भारत सागर महाराज की सुबह 8.45 बजे भाग्योदय तीर्थ अस्पताल में समाधि हो गई है। अंतिम यात्रा का डोला 10:45 बजे महाराजपुर में निकाला गया इसमें हजारों लोगों ने भाग लेकर अंतिम श्रद्धांजलि दी।मुनि सेवा समिति के सदस्य मुकेश जैन ढाना ने बताया कि निर्यापक मुनि श्री योग सागर महाराज ससंघ का चातुर्मास के उपरांत बिहार रहली से चल रहा है। दो दिन पहले ही मुनि संघ महाराजपुर पहुंचा था।
छुल्लक महाराज के पेट में दर्द था। सुबह 6 बजे उन्होंने संघस्थ साधुओ को इसकी सूचना दी। डॉक्टर पहुँचे उन्होंने सागर भाग्योदय अस्पताल के लिए रेफर किया।भाग्योदय तीर्थ ले जाया गया जहां पर इलाज शुरू हुआ ही था और उनकी समाधि हो गई। समाधि की सूचना चारों ओर फैल गई।पार्थिव शरीर को वापस महाराजपुर ले जाया गया जहां अंतिम संस्कार विधि विधान से किया गया अंतिम संस्कार में महाराजपुर के अलावा सागर, जबलपुर, करेली, देवरी,गौरझामर, केसली, सहजपुर, सिलवानी, रहली, तारादेही आदि स्थानों के श्रावक सहित देवरी के पूर्व विधायक हर्ष यादव
भी पहुंचे। छुल्लक जी के गृहनगर सिलवानी से सैकड़ों की संख्या लोग पहुंचे थे। उनके ग्रहस्थ अवस्था के पिता व्रति संतोष जैन और माता व्रति श्रीमती रजनी जैन के अलावा उनकी बहन ब्रह्मचारिणी सुवी दीदी भी पहुँची। अस्थि संचय 11 दिसंबर को होगा। 9 दिसंबर को विनयांजलि सभा सुबह 8.30 बजे महाराजपुर में होगी।