- कृषि विज्ञान केन्द्रों की वार्षिक कार्ययोजना तैयार करने हेतु दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न
रायपुर(विश्व परिवार)। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में संचालित सभी कृषि विज्ञान केन्द्र किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए उन्नत कृषि प्रौद्योगिकी का विकास करें, किसानों को आर्थिक लाभ देने वाली योजनाएं बनाएं और किसानों के आर्थिक विकास में सहभागी बनें। उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्रों के वरिष्ठ वैज्ञानिकों को ज्यादा से ज्यादा कृषक उत्पादक समूह और महिला स्व-सहायता समूह गठित कर किसानां की आमदनी बढ़ाने वाली गतिविधियां संचालित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केन्द्र इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा किसानों की हित में विकसित नवीन अनुसंधान एवं प्रौद्योगिकी को किसानों के खेतों तक पहुंचाएं तथा इन्हें अपनाने के लिए किसानों को प्रेरित करें। डॉ. चंदेल ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद – कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जबलपुर के संयुक्त तत्वावधान में कृषि विज्ञान केन्द्रों की आगामी वर्ष के लिए वार्षिक कार्ययोजना तैयार करने हेतु आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में यह बात कही। दिनांक 23 एवं 24 दिसम्बर को निदेशालय विस्तार सेवाएं में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित समस्त 27 कृषि विज्ञान केन्द्रों में वर्ष 2025 हेतु वार्षिक कार्ययोजना तैयार की गई। बैठक में कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जबलपुर के निदेशक डॉ. एस.आर.के. सिंह, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के निदेशक विस्तार डॉ. एस.एस. टुटेजा सहित निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉ. राजेन्द्र लाकपाले, विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष तथा सभी कृषि विज्ञान केन्द्रों के प्रमुख एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक उपस्थित थे।