- झारखंड सरकार और केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा पारसनाथ पर्वतराज पर पर्यटन गतिविधियों की अनुमति देने पर होगा फिर से देशव्यापी आंदोलन
झारखंड (विश्व परिवार)। झारखंड सरकार द्वारा समाचार पत्रों में झारखंड में स्थित सर्वोच्च जैन तीर्थ पारसनाथ पर्वतराज सहित चार जिलों में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यावरण पर्यटन और और जंगल सफारी बनाए जाने की घोषणा पवित्र जैन तीर्थ के धार्मिक वातावरण और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की योजना को जैन समाज किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा।
विश्व जैन संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और शिखर जी की पवित्रता के लिए देशव्यापी अनशन आंदोलन करने वाले संजय जैन ने कहा कि 5 जनवरी 2023 को भारत सरकार के पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी ऑफिस मेमोरेंडम और 22 अक्टूबर 2018 को झारखंड सरकार द्वारा पारसनाथ पर्वतराज को विश्व प्रसिद्ध पवित्र एवं पूजनीय जैनों का पावन तीर्थ घोषित करते हुए तीर्थ की पवित्रता अक्षुण्ण रखने हेतु प्रतिबद्धता के आदेश जारी किए थे।
संजय जैन ने कहा कि जैनों की आस्था के सर्वोच्च पावन तीर्थ पर पर्यटकों की मौज मस्ती के लिए पर्यावरण पर्यटन, खाने व रहने की सुविधा सहित जंगल सफारी की योजना लागू कर तीर्थराज के धार्मिक वातावरण को दूषित कर अपवित्र करने और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की योजना की मधुबन में संचालित जैन संस्थाओं और राष्ट्रीय स्तर की जैन संस्थाओं से से चर्चा किए बिना घोषणा करना दुखद और चिंताजनक है।
उन्होंने झारखंड सरकार से पूछा कि जंगलों के पर्यावरण का संरक्षण करने वाले केंद्रीय वन मंत्रालय ने इन सब पर्यावरण और धर्म विरोधी गतिविधियों की अनुमति दी गई है?
संजय जैन ने केंद्र सरकार और झारखंड सरकार से निवेदन करते हुए कहा कि पारसनाथ पर्वतराज की पवित्रता और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने की पर्यावरण पर्यटन, जंगल सफारी और अन्य गैर धार्मिक गतिविधियों को लागू न करें अन्यथा देशव्यापी विरोध किया जाएगा जिसकी पूर्णत: जिम्मेवारी झारखंड सरकार और केंद्र सरकार की होगी।
संगठन द्वारा आयोजित विशेष सभा में संगठन के मंत्री राजीव जैन, सह मंत्री मनीष जैन, कोषाध्यक्ष मयंक जैन, प्रचार मंत्री प्रदीप जैन, मीडिया प्रभारी आकाश जैन, सम्मानित सदस्य अनुज जैन, निपुण जैन, महिला प्रकोष्ठ संयोजिका रुचि जैन, युवा प्रकोष्ठ से देवेश जैन, बलबीर नगर जैन समाज पूर्व अध्यक्ष अचल जैन, अहमदाबाद से राज मेहता, यमुनापार दिल्ली जैन समाज प्रवक्ता विजेंद्र जैन, कैरियर काउंसलर रितेश जैन, पालम से राजेश जैन, गणेश नगर से अनंत जैन, कृष्णा नगर से सुखमाल जैन, चिराग जैन और संगठन के अन्य सदस्य व विभिन्न संस्थाओं के उपस्थित प्रतिनिधियों ने झारखंड सरकार से जैन तीर्थ विरोधी योजना लागू न करने की मांग की।