रायपुर(विश्व परिवार)। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान रायपुर के एलुमनी एसोसिएशन द्वारा रविवार को संस्थान के गोल्डन टॉवर में ‘वार्षिक एलुमनी दिवस’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन के मुख्य अतिथि संस्थान के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव रहे। इस आयोजन में 1964 (डायमंड जुबली), 1974 (गोल्डन जुबली), 1989 (कोरल रीयूनियन), और 1999 (सिल्वर जुबली) बैच के छात्रों का रियूनियन हुआ। एलुमनी मीट का आयोजन एलुमनी एसोसिएशन जीईसी-एनआईटी रायपुर द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में एसोसिएशन के अन्य पदाधिकारीगण, शिक्षकगण और विद्यार्थी मौजूद रहे।
सबसे पहले कॉलेज के सभी पूर्व छात्र नाचते हुए कार्यक्रम स्थल में पहुंचे , सभी अपने पुराने कॉलेज के दिनों को याद करते और पुराने मित्रों के साथ झूमते नजर आए | कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन और नेशनल ब्लाइंड स्कूल रायपुर की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना के साथ हुआ । इसके बाद उपस्थित बैच के प्रतिनिधि एवं अतिथियों का पौधे भेंट कर गर्मजोशी से स्वागत किया गया।
एलुमनी संगठन के उपाध्यक्ष व 1998 बैच के एलुमनी श्री महेश चांडक ने एक स्वागत भाषण दिया, जिसमें उन्होंने पिछले वर्षों में संस्थान के विकास में एलुमनी संगठन की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, उपस्थित विभिन्न बैचों की सक्रिय भागीदारी की सराहना की।
एलुमनी एसोसिएशन के सचिव व 1996 बैच के एलुमनी श्री अनंत परिहार ने एसोसिएशन की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला बताया कि द्वारा 89 आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को 64.53 लाख रुपये की सहायता दी गई है। इसके बाद 1964 बैच के एलुमनी डॉ. बी.के. दत्ता को ‘लाइफटाइम अचीवमेंट एलुमनस अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
1974 बैच के एलुमनी श्री जी.वी. चाओजी ने अपने जीवन में अध्यापकों के सहयोग के लिए आभार प्रकट किया।
1989 बैच के योगेश शर्मा ने अपने संबोधन में एलुमनी रियूनियन के महत्व को साझा किया। उन्होंने इसे ‘उत्साह और श्रद्धा का दिन’ बताया । 1999 बैच के संदीप ठाकुर ने एलुमनी एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना करते हैं, जो सभी को एक स्थान पर एकत्रित करने में सफल हुए। उन्होंने एसोसिएशन के समय, प्रयास और ऊर्जा की सराहना करते हुए धन्यवाद दिया।
एनआईटी रायपुर के निदेशक डॉ. एन. वी. रमना राव ने सभी एलुमनी का स्वागत करते हुए एसोसिएशन की गतिविधियों की सराहना की और कोल इंडिया के योगदान से संस्थान के विकास की जानकारी दी। उन्होंने गोल्फ कार्ट्स, गोल्डन टॉवर और पूर्व में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की आगामी यात्रा का उल्लेख किया। डॉ. राव ने एलुमनी के समर्थन, सक्रियता, और योगदान की सराहना करते हुए उनकी मदद से उत्कृष्टता केंद्रों, स्मार्ट क्लासेस, और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों के विकास पर जोर दिया। उन्होंने वित्तीय सहयोग और अन्य सहायता जैसे अनुसंधान प्रायोजन, गेस्ट लेक्चर, करियर एडवाइस और इंटर्नशिप में एलुमनी के महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम में चारों बैच के प्रतिनिधि व एलुमनी का स्मृति चिन्ह, शॉल और श्रीफल से सम्मान किया गया। दोपहर के भोजन के बाद पूर्व छात्रों ने अपने-अपने विभागों का भी दौरा किया और अपने पढ़ाई के दिनों की यादें ताज़ा की।