इस्लामाबाद (विश्व परिवार)। पाकिस्तान ने हाल ही में अपने सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को फील्ड मार्शल के सर्वोच्च पद पर पदोन्नत किया है। इस पदोन्नति के साथ, असीम मुनीर पाकिस्तानी इतिहास में फील्ड मार्शल का पद पाने वाले दूसरे सैन्य अधिकारी बन गए हैं। इस प्रमोशन के बाद पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर भारत को गीदड़भभकी दी है। सेना ने कहा है कि भारत आग से खेल रहा है, और अगर जरूरत पड़ी तो भारत से युद्ध संभव है। पाकिस्तान के ष्ठत्रढ्ढस्क्कक्र (डायरेक्टर जनरल इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस) ने यहाँ तक कहा कि जरूरत पडऩे पर युद्ध संभव है और वे भारत से युद्ध के लिए हमेशा तैयार हैं।
पाकिस्तान की शहबाज सरकार की कैबिनेट ने जनरल आसिम मुनीर को फील्ड मार्शल बनाने का बड़ा फैसला लिया और इसकी घोषणा भी की। मुनीर के फील्ड मार्शल बनने के बाद पाकिस्तान में डर और आश्चर्य का माहौल है। इमरान खान की पार्टी पीटीआई इसका कड़ा विरोध कर रही है। पार्टी समर्थकों का कहना है कि मुनीर के फील्ड मार्शल बनने से इमरान खान कभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे। पाकिस्तान में यह भी कहा जा रहा है कि मुनीर ने सेना प्रमुख की कुर्सी न छोडऩे के लिए फील्ड मार्शल वाला दांव चला है, क्योंकि फील्ड मार्शल कभी रिटायर नहीं होते हैं।
आसिम मुनीर के कंधे पर एक सितारा और बढ़ गया है, और अब उनकी वर्दी में पाँच सितारे लगे होंगे। हालाँकि, इसका पाकिस्तान में विरोध शुरू हो गया है। वकार मलिक ने कहा है कि डिक्टेटर साहब ने अपने आप को ही फील्ड मार्शल का पद खुद दे दिया है। इससे पहले एक डिक्टेटर ये काम कर चुका है। उन्होंने फील्ड मार्शल अयूब खान का जिक्र करते हुए कहा कि यह बात पूरी कौम को आज भी याद है। इसके बाद यह भी सुनने को मिल रहा है कि फील्ड मार्शल का पद महज़ नाम का पद होता है और पाँचवाँ सितारा महज़ इज़्ज़त के लिए दिया जाता है। इसकी कोई ऑपरेशनल वैल्यू नहीं है, और असल में तो यह आर्मी चीफ का ही पद है।