भिलाई (विश्व परिवार)। नगर निगम भिलाई के कोहका क्षेत्र के साकेत नगर, कृष्ण ग्रैंड सिटी, आर्य नगर, शुभम कॉलोनी आदि क्षेत्रों में बड़े-बड़े मकान बन गए हैं। लेकिन आज वहां पर शिवरेज, पानी निकासी सड़क की समस्या बढ़ती जा रही है। नगर निगम भिलाई द्वारा नाली बनाने के लिए भी जगह नहीं छोड़ा गया है एक दूसरे के खाली प्लाट में पानी का बहाव हो रहा है। वहां की भौगोलिक स्थिति यह है कि वह क्षेत्र बहुत ही निचले स्तर पर है। जिसके कारण बाकी क्षेत्रों का पानी आकर वहां भरता है। बड़ा नाला भी उफान मार देता है। शुरुआत मकान बनाते समय लोग अपने शिवरेज सिस्टम को दूसरों के खाली भूखंड में गिर रहे थे। अब लाइन से मकान बन जाने के बाद पानी निकालना मुश्किल हो रहा है। जिसके कारण सड़क, नाली, पानी निकासी प्रभावित हो रहा है। जोन आयुक्त अजय सिंह राजपूत का कहना है नाली बनाने के लिए बहुत सारे मकान तोड़ने पड़ेंगे पानी का बहाव ऊपर से नीचे के तरफ ही होगा जो मकान बनाकर या बाउंड्री वॉल बनाकर रोक दिया गया है। आड़ी तिरछी नाली बनाने पर पानी का बहाव बराबर नहीं होगा । नगर निगम भिलाई द्वारा बार-बार लोगों को सूचित किया किया जा रहा है कि बिना निगम के भवन शाखा, टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, शासकीय पटवारी कार्यालय से संपर्क किए बिना मकान का निर्माण न करें। बिना भवन अनुज्ञा के भी मकान बनाए जा रहे हैं। कुछ भू माफिया द्वारा झूठ प्रलोभन देकर के प्लाट काट के बेचा दिया गया है। उसका कहीं पर भी जल निकासी सड़क, बिजली का पोल, लाइट इत्यादि के बारे में कोई प्लान नहीं बनाया गया है। भू माफिया लोगों को भ्रमित करके सस्ते दर पर प्लांट बेच दे रहे हैं। बड़े-बड़े हाउसिंग फ्लैट, डुप्लेक्स मकान, कृष्ण ग्रैंड सिटी, स्वयं द्वारा मकान लोग बना लिए हैं । इसमें जनप्रतिनिधि व्यापारी, शिक्षक, प्रोफेसर, वकील, डॉक्टर, शासकीय कर्मचारी भी सम्मिलित है। आज नगर निगम आयुक्त राजीव कुमार पाण्डेय स्वयं जाकर क्षेत्र के लोगों से मिले, उन्हीं से पूछे कि पानी निकासी कैसे किया जाए। क्या रास्ता निकाला जाये, स्थानीय लोगों ने भी कहा बिना सामने के बने मकानों को तोड़े पानी नहीं निकल सकता है। क्योंकि पानी का स्वभाव है ऊपर से नीचे की तरफ बहना, कई जगहों पर विद्युत पोल भी नहीं है। बास के गाड़ के लोग लाइट लिए हैं। बड़ा मकान बना लिए उसे क्षेत्र में जल भराव हो रहा है। कुछ लोगों की शिकायत है जो मकान बना रहा है वह आगे तक बढ़ करके नियम विपरीत बना रहा है। नगर निगम भिलाई का संसाधन सीमित है। प्रत्येक मकान को तोड़ना कार्रवाई करना इसकी भी एक सीमा है ।इस क्षेत्र में लगभग 8000 से अधिक लोग निवास कर रहे हैं। अंदर ही अंदर नए-नए मकान भी बना रहे हैं। उन्हें यह जरुर सोचना होगा की जल निकासी के लिए जमीन स्थान तो छोड़ना ही होगा। तभी नियमानुसार प्लानिंग करके नाली का निर्माण हो सकेगा।