नशे का कारोबार करने वालो और कांग्रेस में क्या संबंध है?दीपक बैज किस बात से घबराए?:केदार कश्यप
रायपुर(विश्व परिवार)। प्रदेश के वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा छत्तीसगढ़ में सूखे नशे के अवैध कारोबार को सख्ती से खत्म करने की बात कहने पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का बयान हैरान करने के साथ-साथ कांग्रेस के उस राजनीतिक चरित्र को बेनकाब करता है, जिसके चलते कांग्रेस प्राय: हर मौकों पर अपराधियों की पैरवी करने के लिए खड़ी हो जाती है। श्री कश्यप ने कटाक्ष किया कि कांग्रेस को भाजपा और एनडीए सरकार की हर उस पहल से तकलीफ होती है, जो अपराधी के खिलाफ हो और उन्हें सींखचों के पीछे डालने वाली हो। सभ्य समाज को शांति, नशामुक्त और भयमुक्त वातावरण में सुशासन देते हुए कानून का राज कायम करना हमारी सरकार का लक्ष्य है। नशामुक्ति की बात से कांग्रेस की टेंशन क्यों बढ़ गई है?
प्रदेश के वन मंत्री कश्यप ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री शाह के बयान को लेकर बैज का चिंतित होना कई सवाल खड़े करता है। किसी अपराधी या नशे का गोरखधंधा चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात होते ही आखिर कांग्रेस के लोगों के पेट में मरोड़ क्यों उठने लगा है? क्या नशे के इन अवैध कारोबारियों के साथ भी कांग्रेस के लोगों का कोई ‘भाईचारा’ है? क्या कोई आर्थिक संबंध है? श्री कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में सूखे नशे की तस्करी और अवैध कारोबार ने प्रदेश की न केवल युवा पीढ़ी को, अपितु किशोर वय की पीढ़ी तक को अपनी चपेट में ले लिया था। राजधानी में नशे के इस गोरखधंधे के चलते सरेआम गंभीर अपराधों को अंजाम दिया जाना आम बात हो गई थी। नशे की तस्करी से लेकर अवैध कारोबार में कांग्रेसियों की संलिप्तता प्रदेश अभी भी भूला नहीं है और तत्कालीन भूपेश सरकार के राजनीतिक संरक्षण के चलते यह गोरखधंधा परवान चढ़ता रहा। प्रदेश यह भी भूला नहीं है कि किस तरह इन नशा के सौदागरों ने जशपुर में शोभा यात्रा को रौंद दिया था, लेकिन तब भी कांग्रेस और उसकी भूपेश सरकार हाथ-पर-हाथ धरे बैठी रही थी। श्री कश्यप ने दो टूक कहा कि कोई भी नेता या दल अगर ऐसे किसी कारोबार में संलग्न पाया गया तो किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। हमारी सरकार छत्तीसगढ़ को, छत्तीसगढ़ महतारी की युवा और भावी पीढ़ी को नशे से पूरी मुक्त करने की दिशा में काम कर रही है तो कांग्रेस के लोग इसमें भी ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं। इस लिहाज से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बैज का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और छत्तीसगढ़ की जनता का ध्यान अपनी पिछली कांग्रेस सरकार के नाकारापन से ध्यान भटकाने का अवांछनीय कृत्य है।