- पालिका अध्यक्ष अपने वादों को पूरा करने में असफल , कांग्रेस विपक्ष में रही निष्क्रीय
- भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला
गरियाबंद (विश्व परिवार)। नगर पालिका चुनावों के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दल सक्रिय रूप से जनसंपर्क अभियानों में जुटे हुए हैं, जिससे भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है।
विदित हो कि पिछले कार्यकाल में पालिका अध्यक्ष द्वारा नगर में विकास के नाम पर डामरी कृत सड़क, पेयजल, विद्युतीकरण विस्तार , बच्चों के मनोरंजन के लिए झूला एवं पेवर ब्लॉक जैसे कार्य तो किया गया। किंतु तालाब सौंदर्यीकरण के लिए राशि स्वीकृत होने के बावजूद मूलभूत सुविधा निस्तारी की समस्या , गरियाबंद शहर को धूल मुक्त करने में नाकाम साबित हुए। वहीं राजनीतिक जानकारों का कहना है कि बारिश के पूर्व नाली सफाई कार्य के लिए फंड जरूर आता है लेकिन पिछले 4 वर्षों से मेंंन नाली सफाई का कार्य किया ही नहीं गया, जहां नाली जाम हुआ वहीं सफाई की गई। पालिका अध्यक्ष अपने वादों को पूरा करने में असफल रहे हैं,जिससे जनता में असंतोष बढ़ा है। वहीं, विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस की निष्क्रियता ने भी मतदाताओं को निराश किया है।
ऐसी स्थिति में, जनता के सामने दोनों प्रमुख दलों के प्रति विश्वास का संकट उत्पन्न हो गया है। मतदाता अब सोच रहे हैं कि किस पार्टी पर भरोसा किया जाए। चुनाव में उम्मीदवारों की योग्यता, उनकी नीतियाँ, और पिछले कार्यकाल के प्रदर्शन जैसे कारक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इसके अलावा, स्थानीय मुद्दों पर ध्यान देने वाली और जनता की समस्याओं का समाधान करने वाली पार्टी को जनता का समर्थन मिलने की संभावना अधिक होगी।
चुनाव के नतीजे इस बात पर निर्भर करेंगे कि कौन सी पार्टी जनता की अपेक्षाओं को बेहतर तरीके से समझती है और उन्हें पूरा करने के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन देती है।