- खेल-खेल में बच्चों को मिल रही अध्यात्म और राजयोग की शिक्षा…
- समर कैम्प के माध्यम से देश का भविष्य संवर रहा है…
- स्कूलों में सिर्फ किताबी शिक्षा मिल रही है…
नवा रायपुर (विश्व परिवार)। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा नवा रायपुर के सेक्टर-20 स्थित एकेडमी फॉर ए पीसफुल वर्ल्ड शान्ति शिखर में आयोजित समर कैम्प का शुभारम्भ श्री सत्यसाईं हास्पीटल के चेयरमैन श्रीनिवास राव, कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव संदीप गाँधी, छात्र कल्याण अधिकारी श्रीमती विभा चन्द्राकर, अपेक्स बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर कमल नारायण काण्डे, रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी और ब्रह्माकुमारी रश्मि दीदी ने दीप प्रज्वलित करके किया।
बच्चों को सम्बोधित करते हुए श्री सत्यसाईं हास्पीटल के चेयरमैन श्रीनिवास राव ने ब्रह्माकुमारी बहनों के तपस्वी जीवन और समर कैम्प की सराहना करते हुए कहा कि इतनी कम उम्र में दैवी गुणों से सम्पन्न बहनों को देखकर मैं आश्चर्यचकित रह जाता हूँ। यहाँ के शान्त और पवित्र वातावरण को देखकर मेरा भी समर कैम्प में शामिल होने का मन कर रहा है। मेरा मानना है कि दुनिया में ब्रह्माकुमारी$जजैसी अन्य कोई दूसरी संस्था नहीं है।
कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलसचिव संन्दीप गाँधी ने समर कैम्पके फायदे गिनाते हुए कहा कि बच्चों को इस समर कैम्प से अनुशासन के साथ-साथ मनोरंजन और मेडिटेशन सीखने का भी लाभ मिलने वाला है। आप बच्चे बहुत अधिक भाग्यशाली हैं कि आपको इतनी श्रेष्ठ संस्थान द्वारा आयोजित समर कैम्प में शामिल होने का अवसर मिला है।
अपेक्स बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर कमलकान्त काण्डे ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य होते हैं। ब्रह्माकुमारी संस्था समर कैम्प के माध्यम से देश के भविष्य को संवारने का श्रेष्ठ कार्य कर रही हैं। उन्होंने बच्चों को नैतिक मूल्यों के साथ ही घर और स्कूल में स्वच्छता और पर्यावरण पर भी ध्यान देने पर जोर दिया। हमारा लक्ष्य सिर्फ डॉक्टर इन्जीनियर बनना ही नहीं बल्कि अच्छा इन्सान बनने का होना चाहिए।
रायपुर संचालिका ब्रह्माकुमारी सविता दीदी ने कहा कि आजकल स्कूलों में सिर्फ किताबी ज्ञान ही दिया जाता है। इसलिए वर्तमान शिक्षा सिर्फ रोजगार प्रदान करने तक सीमित हो गई है। हम बच्चों को समर कैम्प के माध्यम से नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों की शिक्षा देते हैं जो कि आगे चलकर उनके जीवन में बहुत काम आने वाली है। उन्होंने बच्चों से कहा कि बड़ा आदमी बनना है तो कभी गुस्सा मत करना। झूठ नहीं बोलना और सबका सहयोगी बनकर रहना।