नारायणपुर(विश्व परिवार)। छत्तीसगढ़ के माओवाद प्रभावित नारायणपुर में एक बहादुर बेटी अपने पिता की जान बचाने अकेले ही चार हमलावरों से लड़ गई. दरअसल, सोमवार की रात लगभग 7 बजे नारायणपुर जिले के झारागांव में 8 हथियारबंद हमलावरों ने सोमधर काेर्राम के घर में घुसकर धारदार हथियार से सोमधर के गर्दन पर वार किया, जो हड़बड़ाहट में पीड़ित के सीने में जा लगा. हमलावर दूसरा हमला कर पाते, तभी अचानक मौके पर उनकी बेटी सुशीला कोर्राम पहुंच गई. बहादुर बेटी ने अकेले ही चार हमलावरों से लड़कर अपने पिता को बचाया. घटना की सूचना मिलते ही आसपास के ग्रामीण पहुंचे और घायल सोमधर को अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका इलाज चल रहा।
पूरी प्लानिंग से हमला करने पहुंचे हमलावरों के हाथ से बहादुर बेटी ने कुल्हाड़ी छीना. इस दौरान धक्कामुक्की कर हमलावरों ने उसे जमीन पर पटक दिया, पर वो पीड़ित पर दूसरा हमला करने में सफल नहीं हो पाए. इसी दौरान बेटी चीखने चिल्लाने लगी. इसके बाद हमलावर डरकर मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीण मदद को पहुंचे और पीड़ित को अस्पताल पहुंचाया।
मामले की जांच के बाद होगी कार्रवाई : एसपी
घायल ग्रामीण की स्थिति को देखते हुए उन्हें जगदलपुर के डिमरापाल मेडिकल कॉलेज लाया गया है, जहां उनकी स्थिति खतरे से बाहर है. इस घटना को प्रथम दृष्टया नक्सल हमले से जोड़कर देखा जा रहा था, पर परिजनों ने इस हमले में पीड़ित के छोटे भाई के होने का अंदेशा जताया है. वहीं, नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने भी पहले ही इस घटना को नक्सल घटना होने से इंकार करते हुए पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।