रायपुर (विश्व परिवार)। बरसात का मौसम शुरू होते ही अब भवन निर्माण सामग्री सप्लायरों ने रेत का भण्डारण शुरू कर दिया है। वहीं ईट भट्ठा बंद हो जाएगा, जिसके कारण इसका रेट भी बढ़ जाएगा। वहीं लोहे और सीमेंट का रेट स्थिर रहेगा।
भवन निर्माण सामग्री सप्लायरों के अनुसार बरसात के कारण नदियों में पानी का स्तर बढ़ जाता है, जिसके कारण रेत का उत्खन्न रूक जाता है। इसलिए रेत को इकट्ठा किया जाता है, इस समय आरंग के घोड़ारी घाट, पारा गांव राजिम से रेत का परिवहन किया जाता है। इसके बदले गिट्टी मंगाई जाती है। राजिम के आसपास पितईबंद में अवैध उत्खन्न करने के लिए रेत माफिया सक्रिय हो गया है, इसके कारण आए दिन विवाद होता रहता है, जिला कलेक्टरों द्वारा इस संबंध में कठोर कार्रवाई की जाती है। लेकिन रेत माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। बलरामपुर में एक सिपाही को माफियाओं ने गाड़ी चढ़ाकर कुचल दिया। वहीं आए दिन रायपुर जिले में रेत सप्लायरों एवं अधिकारियों के बीच विवाद होता रहता है। इसमें कई रसूखदार नेता भी शामिल हो गए है। इसके कारण अब विवाद पैदा होते जा रहा है।
भवन निर्माण सप्लायरों के अनुसार वर्तमान में 1000 फीट रेती का रेट 3000 है जो बढक़र 4000 हजार हो जाएगा। वहीं ईट का भी रेट अलग-अलग है, लाल ईट और काला ईट भी महंगा हो जाएगा। क्योकि बरसात लगते ही ईट का निर्माण बंद हो जाता है। इधर लोहे का रेट प्रति क्विंटल 5 हजार से घट जाएगा। सीमेंट का रेट प्रतिबोरी 300 रूपए है, इसका रेट स्थिर है। इस समय लापार्ज, अल्ट्राटेक, बांगड़ तथा एसीसी के डिमांड ज्यादा है। इस समय सीमेंट डीलर एसोसिएशन शांत है।