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जैनाचार्य श्री विद्यासागर जी पर सौ रूपए का सिक्का जारी

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नई दिल्ली (विश्व परिवार)। भारत सरकार के वित्त मंत्रालयगत आर्थिक कार्य विभाग, नई दिल्ली के द्वारा “भारत का राजपत्र” (सी.जी. डी.एल.ई-31012025-260665), असाधारण (भाग II-खण्ड-उप-खण्ड (i)] में नं. 62 पर 31 जनवरी, 2025 को जी.एस.आर. 95 (ई) क्रमांक पर अधिसूचना प्रकाशित कराई गई है। उसके अनुसार केन्द्रीय सरकार ने “सन्त शिरोमणि दिगम्बर जैनाचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज” के माघ शुक्ल अष्टमी की रात्रि (दिन में प्रातः 8.15 बजे तक अष्टमी, तदुपरान्त नवमी प्रारम्भ हो जाने के कारण) माघ शुक्ल नवमी, वीर निर्वाण संवत् 2550, विक्रम संवत् 2080, शक संवत् 1945 (17 फरवरी, 2024, शनिवार की रात्रि में 2:35 पर) तदनुसार 18 फरवरी, 2024, रविवार की पूर्व रात्रि में पंजिका योग, अमृत योग, अमृतकाल, सर्वार्थसिद्धि योग, अमृतसिद्धि योग, रवि योग, रोहिणी नक्षत्र के तृतीय पाद में समाधिमरण होने के उपरान्त आचार्यश्रीजी के प्रथम समाधि दिवस के प्रसंग पर टकसाल में एक सौ रुपए मूल्यवर्ग का सिक्का ढालने का निर्णय किया था। इस सिक्के का लोकार्पण श्री दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र चन्द्रगिरि, डोंगरगढ़, जिला-राजनांदगाँव, छत्तीसगढ़ में आयोजित समारोह में आचार्य श्री विद्यासागर महामुनिराज के प्रथम समाधि दिवस, 06 फरवरी, 2025, गुरुवार को देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह के द्वारा किया गया।
44 मिलीमीटर वाले वृत्ताकार बाह्य व्यास वाला उपर्युक्त सिक्का 35 ग्राम मानक वजन वाला है। इसमें 200 दांतों वाले किनारों की संख्या है तथा 50% चाँदी, 40% तांबा, 05% निकिल एवं 05% जस्ता रूप चतुर्थक मिश्रधातु की संरचना है। इस सिक्के के अग्रभाग के मध्य में अशोक स्तम्भ का सिंह स्तम्भ शीर्ष पर है, जिसके नीचे ‘सत्यमेव जयते’ लेख उत्कीर्णित है। उसकी बाई परिधि पर देवनागरी लिपि में ‘भारत’ शब्द और दाई परिधि पर अंग्रेजी में ‘INDIA’ शब्द लिखा है। सिंह स्तम्भ के नीचे रुपए का प्रतीक ‘रे’ और अन्तरराष्ट्रीय अंकों में 100 मूल्य अंकित है।
उपर्युक्त सिक्के के पृष्ठभाग के मध्य में सन्त शिरोमणि दिगम्बर जैनाचार्य विद्यासागर महामुनिराज का चित्र है। इस चित्र की बाई तरफ ‘कमण्डल’ (भारत की सन्तपरम्परागत जलपात्र रूप शौचोपकरण) तथा टाई तरफ ‘पिच्छी’ (दिगम्बर जैन साधुओं के द्वारा जीवदया के परिपालनार्थ प्रयुक्त किये जाने वाला संयमोपकरण) का चित्र है। इसकी ऊपरी परिधि पर टेवनागरी लिपि में “सन्त शिरोमणि टिगम्बर जैनाचार्य विद्यासागर महामुनिराज” तथा अंग्रेजी में “SANT SHIROMANI DIGAMBAR JAINACHARYA VIDYASAGAR MAHAMUNIRAJ” वर्णित है। साथ ही आचार्य श्री विद्यासागर जी महामुनिराज के चित्र के नीचे अन्तरराष्ट्रीय अंकों में वर्ष “1946-2024” (जन्म वर्ष-समाधिमरण वर्ष) का उल्लेख है।
‘भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड, कोलकाता, पश्चिम बंगाल’ (जी 88
सी.+7QF तरतला, डायमण्ड हार्वर रोड, अलीपोर मिंट कॉलोनी, अलीपोर, कोलकाता-700 053, पश्चिम बंगाल, फोन-033-24010132, https://www.igmkolkata.spmcil.com, www.spmcil.com, E-mail-Calmint@spmcil.com) स्थित इस भारत सरकार की टकसाल से आचार्य श्री विद्यासागरजी महामुनिराज का एक सौ रुपया मूल्य वाला सिक्का ढाला गया है। इस सिक्के की प्राप्ति हेतु कोलकाता टकसाल के उपरिलिखित पते, बेवसाइट, ई-मेल, फोन पर संपर्क करके प्राप्त किया जाना निकट भविष्य में संभव हो सकेगा। भले ही उक्त सिक्के का मूल्य एक सौ रुपये है किन्तु वास्तविक रूप में इसकी प्राप्ति हेतु अनुमानतः चार से ग्यारह हजार रुपयों के बीच में राशि टकसाल के द्वारा निर्धारित होने का अनुमान है। अतः जिन संस्थाओं, संगठनों, व्यक्तियों, धर्मश्रद्धालुओं या आचार्य श्री विद्यासागर जी के प्रति आस्थावान् महानुभावों को उक्त सिक्का को प्राप्त करने की अभिलाषा हो, उसके लिए टकसाल द्वारा निर्धारित मूल्य तथा सिक्का को प्रेषित किये जाने हेतु डाक व्यय भी अतिरिक्त रूप में अग्रिम जमा करके इच्छित संख्या में सिक्कों को आरक्षित करवाना है। इस कार्य को सम्पादित करवाने के लिए भारत सरकार की कोलकाता आदि टकसालों में स्थित निम्नलिखित व्यक्तियों से संपर्क किया जा सकता है-
कोलकाता-
(1) श्री सागर हेमंत आत्राम, एएम-मार्केटिंग, मो.-80877-78809, E-mail-Sagar.Atram@spmcil.com
(2) श्री विवेक कुमार सिंह, एएम-मार्केटिंग, मो-63854-71488, E-mail-singh.vivek@spmcil.com
हैदराबाद-
(1) श्री दुर्गेश देशमुख, सहायक प्रबन्धक मार्केटिंग, फोन-040-27268300, Extn-110, E-mail- durgesh.deshmukh@spmcil.com
मुम्बई-
(1) सुश्री हिमांशी, एएम-मार्केटिंग, फोन-022-22600250, E-mail-Himanshi@spmcil.com
(2) श्री मनीष कुमार, प्रबंधक मार्केटिंग, E-mail-Manish Kumar@spmcil.com
‘सेक्युरिटी प्रिंटिंग एण्ड मिंटिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इण्डिया लिमिटेड (SPMCIL) के अन्तर्गत भारत सरकार की कोलकाता, हैदराबाट तथा मुम्बई नगरों में टकसालें स्थित हैं जहाँ से सिक्कों का निर्माण एवं विक्रय किया जाता है। अतः किसी भी प्रकार की बुकिंग ईकॉमर्स से संबंधित समस्या के संबंध में ग्राहक देखभाल के लिए सार्वजनिक अवकाश के दिनों को छोड़कर सोमवार से शुक्रवार तक के दिनों में प्रातः 10 से शाम 5 बजे तक फोन-011-43582259, E-mail-support@spmcil.com पर भी संपर्क किया जा सकता है। कोलकाता के उपर्युक्त पते के अतिरिक्त भारत सरकार टकसाल, शहीद भगत सिंह मार्ग, फोर्ट, मुम्बई, महाराष्ट्र, 400 001, फोन-022-22663199,22662555, Extn. 132, फैक्स-022-22661450 https://igmmumbai.spmcil.com E-mail-igm.mumbai@spmcil.com तथा भारत सरकार टकसाल, आईडीए, चरण-II, चेरलापल्ली, आर.आर. जिला, हैदराबाद-500 051, तेलंगाना, फोन-040-27268300, फैक्स-040-27268300, https://igmhyderabad.spmcil.com, E-mail- igm.hyderabad@spmcil.com पर भी संपर्क करके सिक्के की बुकिंग सुनिर्धारित की जा सकती है।
इनके अतिरिक्त श्री दिगम्बर जैन तीर्थक्षेत्र चन्द्रगिरि, डोंगरगढ़, जिला-राजनांदगाँव, छत्तीसगढ़ में निर्मित हो रहे “आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की समाधिस्थली” के कार्यकर्ता श्री विनोद बड़जात्या, रायपुर (छ.ग.), मो. 94252-52525 एवं श्री मनीष जैन, मो. 94255-31401 से संपर्क कर सिक्कों हेतु बुकिंग कराई जा सकती है या मार्गदर्शन प्राप्त किया जा सकता है।

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