- अंबेडकर स्मारक व्याख्यान और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
रायपुर (विश्व परिवार)। हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एचएनएलयू), रायपुर ने अपनी छह महीने लंबी ‘कांस्टीट्यूशन@75: एचएनएलयू श्रृंखला’ का समापन 76वें गणतंत्र दिवस के भव्य आयोजन के साथ किया । गणतंत्र दिवस की शुरुआत माननीय कुलपति प्रो. (डॉ.) वी.सी. विवेकानंदन द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ हुई, इसके बाद भारत की विविध कला और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने वाला एक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
अंबेडकर स्मारक व्याख्यान
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण चतुर्थ डॉ. बी.आर. अंबेडकर स्मारक व्याख्यान रहा, जिसे माननीय श्री न्यायमूर्ति जी. रघुराम , डिस्टिंग्विश्ड ज्यूरिस्ट प्रोफेसर, एचएनएलयू और पूर्व निदेशक, नेशनल जुडिशियल अकैडमी द्वारा प्रस्तुत किया गया । इस व्याख्यान का शीर्षक था “कॉन्टूर्स ऑफ जुडिशियल रिव्यू: स्ट्राइकिंग अ बैलेंस बिटवीन पावर एसिमेट्रीज इन अ डेमोक्रेटिक फ्रेमवर्क”।
न्यायमूर्ति रघुराम ने संविधान की व्याख्या के बदलते स्वरूप और न्यायिक पुनरावलोकन की भूमिका पर प्रकाश डाला । उन्होंने कहा, “न्यायपालिका, विशेष रूप से एक तेजी से बदलती दुनिया में, को सामाजिक परिवर्तनों के अनुरूप ढलना चाहिए, यह सुनिश्चित करते हुए कि निर्णय निष्पक्ष, जवाबदेह और न्यायपूर्ण बने रहें।” उन्होंने केसवानंदा भारती बनाम स्टेट ऑफ केरल (1973) और नवतेज सिंह जौहर बनाम यूनियन ऑफ इंडिया (2018) जैसे महत्वपूर्ण संवैधानिक निर्णयों का उल्लेख किया।
अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
अंबेडकर स्मारक व्याख्यान ने दो दिवसीय ”इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस” के समापन का प्रतीकात्मक स्वरूप दिया । इस सम्मेलन का शीर्षक था “कांस्टीट्यूशन@75: इवाल्विंग टेक्स्ट, कॉन्टेक्स्ट एंड ट्रांसफॉर्मेशंस – राइट्स, गवर्नेंस एंड टेक्नोलॉजी इन फोकस”। यह 25-26 जनवरी, 2025 को आयोजित हुआ, जिसमें 23 संस्थानों और 15 राज्यों के शिक्षाविदों, विशेषज्ञों और छात्रों ने भाग लिया।
सम्मेलन में मिस रोहिणी रामदास कल्याणकर (एनएलयू मुंबई), मिस श्रेया रंजन (आईटीएम यूनिवर्सिटी, रायपुर) और मोहम्मद सऊद उर रहमान सिद्दीकी (एनएलयू सोनीपत) को सर्वश्रेष्ठ वक्ता पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
सिहावा लेक व्यू रेस्टोरेंटका उद्घाटन
गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान, सिहावा लेक व्यू रेस्टोरेंट का उद्घाटन भी किया गया । यह अत्याधुनिक सुविधा छात्रों और शिक्षकों के लिए एक शांत और मनोरंजक स्थान के रूप में कार्य करेगी ।
‘कांस्टीट्यूशन@75’ श्रृंखला के मुख्य कार्यक्रम
यह श्रृंखला 15 अगस्त, 2024 को ‘द इंडियन कांस्टीट्यूशन: ट्रायम्फ एंड टर्बुलेंस’ पर एक राउंड टेबल डिस्कशन के साथ शुरू हुई थी । इसके अन्य मुख्य कार्यक्रम थे:
● सितंबर 2024: “नेविगेटिंग गुड गवर्नेंस: कांस्टीट्यूशन, पॉलिसी, एंड इन्क्लूसिविटी” पर एक दिवसीय कॉन्क्लेव, जिसमें 150 से अधिक पुलिस अधिकारियों ने भाग लिया।
● अक्टूबर 2024:’कांस्टीट्यूशन लिटरेसी प्रोग्राम’ का आयोजन, जिसमें छात्रों को भारतीय संविधान के मूल्यों से अवगत कराया गया।
● 26 नवंबर, 2024: ‘छत्तीसगढ़ लीगल एजुकेशन एंड रिसर्च नेटवर्क (सीजी-लर्न)’का शुभारंभ, जिसका उद्घाटन माननीय उपमुख्यमंत्री (कानून) श्री अरुण साव द्वारा किया गया।
● 10 दिसंबर, 2024: ‘शेपिंग ट्रूथ्स: द नेक्सस ऑफ मीडिया, एआई, एंड ह्यूमन राइट्स’ पर कार्यशाला।
नेतृत्व की विचारधारा
कुलपति प्रो. वी.सी. विवेकानंदन ने डॉ. बी.आर. अंबेडकर की विचारधारा की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए कहा, “संविधान की प्रासंगिकता इस बात में निहित है कि वह समय के साथ विकसित होने में सक्षम है और बदलते समाज की आकांक्षाओं को पूरा करता है।”
संविधान साक्षरता को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता
यह श्रृंखला स्कूल फॉर लॉ एंड गवर्नेंस और स्कूल फॉर लॉ एंड टेक्नोलॉजी द्वारा आयोजित की गई थी । इसे मिस गरिमा पंवार और मिस्टर अभिनव के. शुक्ला ने डॉ. दीपक कुमार श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में समन्वित किया ।
यह पहल एचएनएलयू की संविधान साक्षरता और समकालीन चुनौतियों से जुड़ने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है ।