रायपुर (विश्व परिवार)। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए देशभर में घुसपैठियों की पहचान और निगरानी तेज कर दी गई है। छत्तीसगढ़ में भी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। इसी कड़ी में आज गृह मंत्री विजय शर्मा की अध्यक्षता में नया रायपुर के मंत्रालय स्थित महानदी भवन में एक अहम बैठक होने जा रही है। इस बैठक में राज्य के सभी जिलों से एसटीएफ की टीमें हिस्सा लेंगी। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि प्रदेश में बाहरी घुसपैठियों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनकी पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसी संकट का इंतजार नहीं किया जाएगा, पहले से ही सुरक्षा तैयारियां की जा रही हैं। गृह मंत्री ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि उनके लिए घुसपैठिए सिर्फ वोट बैंक हैं, इसलिए वे इन्हें बाहर नहीं करना चाहते। जानकारी के अनुसार, राजनांदगांव जिले को सबसे अधिक संवेदनशील माना गया है, जबकि रायपुर में भी दो हजार से ज्यादा संदिग्धों की पहचान हो चुकी है। प्रदेश के 33 जिलों में स्ञ्जस्न की विशेष टीमें गठित की गई हैं जो समन्वित अभियान चलाएंगी। युक्तियुक्तीकरण को लेकर कांग्रेस की पदयात्रा पर मंत्री का पलटवार शिक्षा विभाग में हो रहे युक्तियुक्तीकरण को लेकर कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित पदयात्रा पर प्रतिक्रिया देते हुए गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि कांग्रेस जनता को भ्रमित कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सिर्फ नजदीकी स्कूलों को मिलाया गया है और शिक्षकों का समुचित स्थानांतरण किया गया है, जिससे शिक्षकों और छात्रों का अनुपात संतुलित हो। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पहले भी पीएम आवास योजना को लेकर झूठ फैला चुकी है।
छत्तीसगढ़ को केंद्र से मिली डिजिटल सौगात
गृह मंत्री विजय शर्मा ने बताया कि 4 जून को केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ को करोड़ों रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है। इस राशि का उपयोग गांवों में डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ाने में किया जाएगा। प्रदेशभर में फाइबर ऑप्टिकल केबल बिछाई जा रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों को डिजिटल सेवाओं से जोड़ा जा सके। भरतपुर-सोनहत के 83 गांवों में 4त्र इंटरनेट सेवा शुरू होने जा रही है। उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आभार जताते हुए कहा कि इससे ग्रामीण विकास को गति मिलेगी।