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संस्कार एक ऐसी विद्या जो जीवन में कभी समाप्त नहीं होती-डा शालनी जैन

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  • श्रमण संस्कृति संस्कार शिविर के समापन पर टापर्स सहित अन्य को सम्मानित किया गया
  • बच्चों ने बहुत ही मेहनत और अनुशासन से श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया -विजय धुर्रा

अशोकनगर (विश्व परिवार)। मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज के आशीर्वाद से श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर जयपुर द्वारा श्री दिगम्बर जैन पंचायत कमेटी के तत्वावधान में आयोजित श्रमण संस्कृति संस्कार शिक्षण शिविर का समापन गंज मन्दिर में डा शालनी वनीत कुमार जैन एस पी अशोक नगर के मुख्य आतिथ्य में रखा गया जिसमें सभी मन्दिरों की पाठशालाओ मे अध्ययनरत शिविरार्थियों में श्रेष्ठ शिविरार्थियों को पुरूस्कार प्रदान किये गए शिविर में सर्व श्रेष्ठ स्थान नीलेश भइया ने प्राप्त किया इसके साथ ही सभी कक्षाओं के प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले शिविरार्थियों को पुरस्कृत अतिथियों द्वारा प्रदान किये गये ।
विद्वानों को सम्मानित के साथ ही बहनों को हम सम्मानित कर रहे हैं–विजय धुर्रा
पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए जैन समाज के मंत्री विजय धुर्रा ने कहा कि सांगानेर जयपुर से पधारे विद्वान श्री अनुभव शास्त्री विव्दतश्री शिवम् शास्त्री विदत श्री संयम शास्त्री पंडित पीयूष शास्त्री विव्दतश्री कमलेश शास्त्री ने बहुत मेहनत की सभी समाज जन उनके कठोर परिश्रम की बहुत प्रसन्सा कर रहे हैं करें भी क्यों नहीं एक दिन में तीन तीन शिविरार्थियों को इन्होंने ज्ञान आराधना कराई है और सभी के हृदय में आदर का स्थान वनाया है यही तो विशेष बात होती है जो लोगों को याद रहती है शिविर से वच्चो ने ज्ञान अर्जित करने के साथ ही जो संस्कार प्राप्त किये है वे संस्कार जीवन भर काम आयेगे इसके पहले मुख्य अतिथि डा शालनी वनीत कुमार जैन एस पी का जैन समाज अध्यक्ष राकेश कासंल उपाध्यक्ष अजित वरोदिया प्रदीप तारई मंत्री विजय धुर्रा शिविर प्रभारी निर्मल मिर्ची राजू पिपरई हेमंत टडैया दारा पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया
दीप प्रज्जवलन कर किया समारोह का शुभारंभ समारोह के प्रारंभ में मुख्य अतिथि श्री मति शालनी विनीत कुमार जैन एस पी अशोक नगर समाज अध्यक्ष राकेश कासंल उपाध्यक्ष अजित वरोदिया प्रदीप तारई महामंत्री राकेश अमरोद मंत्री विजय धुर्रा ने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन किया।
मुख्य अतिथि डा शालनी वनीत कुमार जैन एस पी अशोक नगर ने कहा कि संस्कार एक ऐसी विद्या है जो जीवन में कभी भी समाप्त नहीं होती आज उसे जितना मांजेंगे वह उतनी ही चमकदार बनती चली जाएगी निर्यातक श्रमण मुनि पुंगव श्रीसुधासागरजी महाराज ने श्रमण संस्कृति संस्थान के माध्यम से ऐसा माध्यम दिया है जो स्वाध्याय से दूर हो रहे समाज को एक बार फिर से मन्दिर व वच्चो को पाठशाला की ओर खींच कर लाई रहा है मैं यही की पंचायत कमेटी को धन्यवाद करुंगी वे भी बढ़े उत्साह से सभी कार्यो सम्पन्न करने में बहुत रुचि लेते हैं । जिस समय बुलाया होल भरता चला गया।
पीयूष शास्त्री ने कहा कि श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर जयपुर संस्थान ने वृहद रूप ले लिया है जो देश भर में शिविरो का आयोजन कर रही है अशोक नगर की समाज ने शिविर में बड़ चढ़ कर भाग ही नहीं लिया वल्कि जिस समय भी इस मंच से बुलाया गया तव क्या बुड्ढे क्या बालक और महिलाओं ने बड़ी भागीदारी कर एन पलो को कीमती वना दिय समारोह में जैन समाज अध्यक्ष राकेश कासंल ने कहा कि छोटे छोटे बच्चों साथ ही सभी मन्दिरों की सभी पाठशालाओ मे पड़ रहे वच्चो को अलग अलग गुपो में पुरूस्कार देकर सम्मानित किया गया इस दौरान श्री विद्यासागर सर्वोदय पाठशाला की बहनों को भी विशेष पुरस्कार प्रदान किया गए।

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