नालंदा(विश्व परिवार)। राजगीर वह पावन भूमि है जहां से भगवान महावीर ने विश्व को सत्य, अहिंसा, जियो और जीने दो का प्रथम उपदेश दिया था है. ऐसी भूमि से कोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई जहाज उड़ान भरेगी तो यहाँ की शांति, मैत्री, दया, करुणा का संदेश लेकर उड़ेगी। भगवान महावीर के नाम के सम्बोधन मात्र से सत्य, अहिंसा का संदेश हर किसी के मन में आता है। नालंदा की सम्पूर्ण भूमि जैन धर्म के महावीर स्वामी की यादों से परिपूर्ण है, जन्म से लेकर मोक्ष तक की यात्रा इस नालंदा की पावन भूमि है, राजगीर कई धर्मों की संगम स्थली जरूर है लेकिन एयरपोर्ट सिर्फ नालंदा ही नहीं आसपास के अन्य जिलों को भी कवर करेगी, एयरपोर्ट नालंदा की नाम है और नालंदा जैन धर्म के इतिहास से गढ़ा हुआ है, उम्मीद है राजगीर हवाई अड्डा का नाम “भगवान महावीर अंतरराष्ट्रीय राजगीर हवाई अड्डा” रखा जाना सुनिश्चित होगा, अगर ऐसा होता है तो भगवान महावीर के 2550 वें निर्वाण महोत्सव पर उनके चरणों में बिहार सरकार और भारत सरकार की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।