
नई दिल्ली (विश्व परिवार)। देश के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग 2025 में इतिहास रच दिया। उन्होंने पहली बार 90 मीटर की दूरी पार करते हुए भाला फेंककर अपना नया पर्सनल बेस्ट बनाया। नीरज ने फाइनल मुकाबले में तीसरे प्रयास में 90.23 मीटर दूर भाला फेंका। इससे पहले उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.94 मीटर था, जो उन्होंने 30 जून 2022 को स्टॉकहोम डायमंड लीग में फेंका था।
इस शानदार थ्रो के बावजूद नीरज को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा, क्योंकि जर्मनी के वेबर जूलियन ने छठे और आखिरी थ्रो में 91.06 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीत लिया। नीरज ने छह में से पांच थ्रो तक लीड बनाए रखी थी, लेकिन आखिरी पल में जूलियन ने बाजी मार ली।
नीरज के लिए 90 मीटर पार करना सिर्फ एक आंकड़ा नहीं था, बल्कि यह उनके करियर की एक बड़ी चुनौती बन गई थी। कई बार वह इसके करीब पहुंचे, लेकिन 88 या 89 मीटर पर ही थम गए। टोक्यो ओलंपिक और बुडापेस्ट वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने के बावजूद लोगों के मन में सवाल था कि क्या नीरज कभी 90 मीटर के पार फेंक पाएंगे। अब उन्होंने इस सवाल का जवाब अपने शानदार प्रदर्शन से दे दिया।
उनके इस प्रदर्शन में नए कोच जान जेलेज्नी की अहम भूमिका मानी जा रही है। नीरज ने हाल ही में अपने पुराने जर्मन कोच डॉ. क्लॉस बार्टोनिएट्ज को हटाकर तीन बार के ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता चेक गणराज्य के जेलेज्नी को अपना कोच बनाया है। अब नीरज 90 मीटर क्लब का हिस्सा बन चुके हैं, जिसमें पाकिस्तान के ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अर्शद नदीम भी शामिल हैं। यह नीरज के लिए केवल एक रिकॉर्ड नहीं बल्कि व्यक्तिगत रूप से एक बड़ी उपलब्धि है।
दोहा में यह नीरज का इस सीजन का पहला बड़ा टूर्नामेंट था। इसमें उनका मुकाबला दो बार के वर्ल्ड चैंपियन और 2024 ओलंपिक कांस्य पदक विजेता ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स, चेकिया के याकुब वाडलेजच (2024 दोहा विजेता), जर्मनी के वेबर जूलियन और मैक्स डेह्निंग, केन्या के जूलियस येगो और जापान के रोडरिक जेंकी डीन जैसे दिग्गजों से हुआ। इस प्रतियोगिता में एंडरसन पीटर्स ने 85.64 मीटर थ्रो करके कांस्य पदक जीता।